आगरा ।राजस्थान स्थित कैला देवी की पद यात्रा में आजकल जन सैलाब उमड़ रहा है। माता के भक्त बिना कष्टो की परवाह किये वगैरह ख़ुशी ख़ुशी झुमते गाते जहां अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं वहीं जगह जगह उनकी सेवार्थ लगे भंडारों के सेवक उनसे प्रसाद ग्रहण करने की मनुहार कर रहे है ताकि वह भी पुण्य कें भागी बन सके।
राजस्थान के करौली जनपद स्थित माता कैला देवी मंदिर में चैत्र मास में लख्खी मेले का आयोजन किया जाता है। चैत्र नवरात्रों से पूर्व आगरा एवं आस पास के जनपदों के भक्त बड़ी संख्या में क़ैला देवी की दो सौ किलो मीटर की पद यात्रा बड़े मनोयोग से पूर्ण करते है। पद यात्रा में बच्चे बूढे युवा ,नर नारी यहाँ तक कि दूध मुँहे बच्चों को भी वाकर में बैठा कर भक्तगण द्वारा माता कें दर्शन हेतु लें जाया जा रहा है।
पद यात्रा में भक्तगण जहाँ झुमते गाते अपने गतंव्य को प्रस्थान कर रहें हैं ,वहीं उनकीं सेवार्थ मार्ग में जगह जगह उनकी सेवा हेतु माता के भक्तों द्वारा भंडारों का आयोजन किया गया है।
इसी क्रम में कस्बा किरावली -फतेहपुर सीकरी स्थित ग्राम महुअर में कैला देवी मंदिर पर प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 20 वां विशाल पद यात्री भंडारे का आयोजन किया गया हैं जिसमें दिन में कई बार भोजन सामिग्री में परिवर्तन किया जा रहा है।
सुबह चाय कें साथ कचौड़ी ,जलेबी ,पकोड़े माता के भक्तों को परोसे जा रहें है। वहीं प्रति दिन शुद्ध घी का हलुआ चना, दाल सब्जी रोटी, पूड़ी यहाँ तक कि फास्टफूड में टिकिया, भल्ले, दही बड़े, छोले भटूरे एवं अन्य चीजें माता कें भक्तों को बड़ें मनुहार कर ग्रहण कराई जा रहीं है।
माता के सेवकों हर संभव प्रयास किया जा रहा हैं कि किसी भी भक्त को कोई कष्ट नहीं हो। भक्तों के लिये दवा आदि की व्यवस्था भी की गई है। सेवकों का उद्देश्य हैं कि माता के भक्तों की सेवा का कुछ पुण्य उन्हें भी मिल जायें ताकि उनका जीवन धन्य हो जाये।