प्रयागराज। महाकुम्भ के समापन से पहले ही संगम में डुबकी लगाने वालों की संख्या 60 करोड़ को पार कर गई है। महाकुम्भ में आज समेत अभी चार दिन शेष हैं और इन चार दिनों में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर होने वाला अमृत स्नान भी शामिल है। माना जा रहा है कि समापन होते-होते महाकुम्भ में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके होंगे।
13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन से शुरू हुए महाकुम्भ का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर होना है। शुरुआत के दिन से महाकुम्भ में डुबकी लगाने वालों का जो सैलाब उमड़ना शुरू हुआ है, वह लगातार बढ़ता ही रहा। अब जबकि महाकुम्भ के समापन में चार दिन बचे हैं, श्रद्धालुओं की भीड़ और अधिक बढ़ गई है। सामान्य दिनों में भी हर रोज एक से डेढ़ करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं।
बीते कल शाम तक महाकुम्भ में डुबकी लगाने का अधिकारिक आंकड़ा पौने इकसठ करोड़ पहुंच चुका था। आज रविवार को भी सुबह से ही महाकुम्भ के सभी घाटों पर भारी संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। शनिवार आधी रात से ही प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी थी। रेलवे स्टेशनों से लेक प्रयागराज के सभी एंट्री प्वाइंट्स पर भारी भीड़ थी। हालत यह थी कि बाहर से आने वाली गाड़ियों को एंट्री प्वाइंट्स पर ही रोका जा रहा था। झूंसी मार्ग पर लम्बा जाम लगा हुआ था। प्रयागराज शहर के सभी रास्तों पर भी भारी जाम लगा हुआ था।
आज सुबह से ही प्रयागराज से जुड़े रास्ते वाहनों से भरे हुए थे। पैदल चलने वालों के रास्ते भी पैक थे। घाटों पर सुबह पांच बजे से ही आस्था की डुबकी लगाने का सिलसिला शुरू हो गया था। जितने लोग स्नान कर वापस लौट रहे थे, उससे कहीं ज्यादा श्रद्धालु वहां पहुंच रहे थे। हालत यह थी कि सुबह 11 बजे तक महाकुम्भ में 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके थे।
अब महाशिवरात्रि पर होने वाले अमृत स्नान में तीन दिन शेष बचे हैं, इसलिए महाकुम्भ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढती जा रही है। महाशिवरात्रि के मौके पर जुटने वाली भीड़ की चुनौती से निपटने के लिए डीजीपी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी महाकुम्भ में ही कैंप कर रहे हैं।
महाशिवरात्रि से पहले ही इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं कि व्यवस्थाओं में लगे पुलिसकर्मियों के पसीने छूट रहे हैं। लाख कोशिशों के बावजूद प्रयागराज के सभी एंट्री प्वाइंट्स पर जाम लगा हुआ है। घंटों से गाड़ियों में फंसे लोग परेशान हैं।
अयोध्या और काशी में भी श्रद्धालुओं का रेला
महाकुम्भ में आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे श्रद्धालुओं में से बड़ी संख्या में अयोध्या में राम मंदिर और काशी में महादेव के दर्शन करने भी पहुंच रहे हैं। इन दोनों धर्मस्थलों पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। महाशिवरात्रि के दिन तो अयोध्या और काशी में और अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। मिर्जापुर स्थित विंध्यवासिनी माता मंदिर और चित्रकूट में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इन धर्मस्थलों पर पहुंचने वाले वे श्रद्धालु ज्यादा हैं जो यूपी से बाहर के हैं।
महाकुम्भ की भीड़ का असर आगरा और मथुरा तक
प्रयागराज महाकुम्भ में पहुंच रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का असर आगरा और मथुरा तक है। दक्षिण भारत, पूर्वोत्तर, पूर्वी राज्यों के अलावा पश्चिमी राज्यों के जो श्रद्धालु महाकुम्भ में डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं, वे लम्बी यात्रा का प्रोग्राम बनाकर पहुंचे हैं। ये श्रद्धालु महाकुम्भ के बाद चित्रकूट, अयोध्या, विंध्यवासिनी देवी मंदिर, काशी विश्वनाथ के साथ ही मथुरा के धार्मिक स्थलों और आगरा के ताजमहल को देखने भी पहुंच रहे हैं।