आगरा: गुरुवार का दिन खत्म होने से पहले नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के लिए दुःखद खबर लेकर आया। चैंबर के एक्जीक्यूटिव ऑफिसर टी आर सिंह की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। वे करीब 64 वर्ष के थे। चैंबर अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने टी आर सिंह के आकस्मिक निधन को अपूरणीय क्षति बताया।
टी आर सिंह चैंबर के स्टाफ में सबसे वरिष्ठ थे। वे अछनेरा कस्बे के निकट रायभा गांव के निवासी थे और रोजाना वहीं से चैंबर कार्यालय आया-जाया करते थे। उनके सहकर्मी धर्मेंद्र शर्मा पथौली के निवासी हैं। टी आर सिंह और धर्मेंद्र शर्मा में वर्षों से अच्छा तालमेल था। टी आर सिंह रायभा से बोदला चौराहे तक टेम्पो में आते थे और पथौली से आने वाले धर्मेंद्र की बाइक से उससे आगे साथ-साथ जाते थे। लौटते में भी यही क्रम रहता था।
सहकर्मी धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि गुरुवार को भी रात करीब पौने आठ बजे उन्होंने टी आर सिंह को बोदला चौराहे पर उतारा था। यहां टी आर सिंह एक टेम्पो में सवार हो गए थे और धर्मेन्द्र बाइक पर अपने घर की ओर बढ़ गए थे। टेम्पो करीब सात-आठ किमी आगे बढ़ा था तभी सामने से आ रही एक कार ने टेम्पो को टक्कर दे मारी। इस टक्कर में टी आर सिंह समेत अन्य सवारियां घायल हो गईं।
गंभीर रूप से घायल टी आर सिंह को बोदला स्थित मोती हॉस्पिटल में ले जाया गया। सूचना मिलने पर उनके परिजन और धर्मेंद्र शर्मा भी पहुंच गए। यहां हालत नाजुक देख कर उन्हें वेंटिलेटर लगा दिया गया। इसके बाद परिजन उन्हें बेहतर इलाज के लिए साकेत हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां कुछ देर बाद ही चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। टी आर सिंह ने अपने पीछे तीन बेटों और तीन बेटियों का भरा-पूरा परिवार छोड़ा है।
चैंबर की कार्यप्रणाली में करीब 35 वर्षों से केंद्रीय भूमिका में रहने वाले टी आर सिंह के निधन की खबर चैंबर सदस्यों के बीच तेजी से फैली, जिसने भी सुना उसे सहसा भरोसा नहीं हुआ।
चैंबर अध्यक्ष अतुल गुप्ता, उपाध्यक्ष मनोज गुप्ता अम्बा प्रसाद गर्ग, कोषाध्यक्ष नितेश अग्रवाल, पूर्व उपाध्यक्ष योगेश जिंदल, पूर्व उपाध्यक्ष संजय गोयल ने उनके निधन पर गहरी शोक संवेदना जताई। अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने कहा कि टी आर सिंह की लगन और निष्ठा अनुकरणीय थी। चैंबर ने अपना बहुमूल्य सदस्य खो दिया, जिसकी भरपाई संभव नहीं है।