मथुरा। गौ वंश की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे गौ रक्षकों पर निर्मम लाठी चार्ज कर मथुरा पुलिस ने अपना बर्बर और रौद्र रूप दिखाया और निर्दाेषों को जेल में ठूंस दिया गया है। इसके विरोध में ब्रज मंडल के अनेकों गौ रक्षकों ने सभा कर रोष जताया है। इस संबंध में ब्रज वृन्दावन देवालय समिति की एक बैठक बरसाना में अध्यक्ष आलोक गोस्वामी एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष गोस्वामी कृष्णानन्द भट्ट के नेतृत्व में आयोजित की गई।
ब्रज के विभिन्न इलाकों से पधारे गोस्वामी गण, आचार्य एवं देवालयों के पुजारी इस महत्वपूर्ण बैठक के हिस्सा रहे। मथुरा-वृन्दावन के बीच धोरेरा के जंगलों में मृत गौवंश के मिलने पर आंदोलनकारी गौ रक्षकों पर पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज की घोर निंदा की गयी। वक्ताओं ने कहा कि ब्रज में भगवान श्री कृष्ण-बलराम अपने सखाओं के साथ गौचारण करते थे। समिति ने प्रशासन से माँग की कि गौरक्षकों पर लगाए गए सभी धाराओं में दर्ज मुकदमे वापस लिए जायें।
वक्ताओं ने माँग की कि ब्रज को गौ संवर्धन का सर्वाेत्तम केंद्र बनना चाहिए। जिससे विश्व में गौ संवर्धन का एक उदाहरण पेश किया जा सके। उन्होंने माँग की कि सभी गौशालाओं में सीसीटीवी कैमरे की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे कि कभी जांच हो तो पता चल सके कि गौ माताओं को ठीक से भोजन आदि मिल रहा है कि नहीं। गौ भक्तों को गौशालाओं का भ्रमण करने की अनुमति मिलनी चाहिए। गौवंश के स्वास्थ्य रक्षा के लिए गौ मेडिकल वैन सेवा आरम्भ की जाए, जो कि आधुनिक उपकरणों से लैस हो। उसमें एक्सरे मशीन, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी की व्यवस्था भी हो। गौवंशो को हमेशा वेटनरी कॉलेज ले जाना संभव नहीं होता।
गौचर भूमि के अभाव से घरों में एवं गौशालाओं में गौवंशो को हमेशा एक ही स्थान पर बाँध कर रखा जाता है जो कि उनके लिए एक कारागार से कम नहीं। उन्होंने सम्पूर्ण ब्रज में गौचर भूमि मुक्त कराने की माँग की। सभी ग्राम, ब्लॉक, नगर आदि में गौचर भूमि चिह्ननित हो एवं उस स्थान पर बाउंड्री बनाया जाए।
गौवंश के मृत्यु होने पर उन्हें ससम्मान समाधि देने की व्यवस्था हो। इसके लिए प्रत्येक ब्लॉक में गौ समाधि स्थल बनाया जाए। समिति के सभी सदस्यों ने कहा कि गौवंश संरक्षण एवं जिले के गौचर भूमि मुक्त कराने हेतु शासन के उच्च स्तरीय अधिकारियो एवं नेताओं से मिला जाएगा एवं आवश्यकता पड़ने पर न्यायालय का शरण लिया जाएगा।
गौ संवर्धन, गौचर भूमियों का संरक्षण, ब्रज में पहाड़ों एवं कुण्ड संरक्षण के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुयी एवं इसके लिए आगे की कार्यवाही तय की गयी।
बैठक को सर्वश्री आलोक गोस्वामी, गोस्वामी कृष्णनंद भट्ट, यज्ञ पुरुष गोस्वामी, कृष्ण मुरारी गोस्वामी, गोपाल कृष्ण गोस्वामी, दीपक गोस्वामी, सिद्धार्थ शुक्ला, हरिश्चन्द्र गोस्वामी, रजत शर्मा, ब्रजेश शुक्ला, मनीष पारीख़, भगवत स्वरुप शर्मा, नकुल गोस्वामी आदि ने सम्बोधित किया।