आगरा: जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने शहर के मिष्ठान्न विक्रेताओं को आश्वासन दिया है कि उनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई जांच के बाद ही की जाएगी। उन्होंने यह आश्वासन बुधवार को कलक्ट्रेट पहुंचे आगरा स्वीट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को दिया। जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद एसोसियेशन ने हड़ताल वापस ले ली और दोपहर में ही दुकानें खोलने का निर्णय लिया।
एसोसियेशन के शिशिर भगत ने बताया कि जिलाधिकारी ने यह आश्वासन देने के साथ ही अन्य मांगों पर भी सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का वायदा किया। उन्होंने कहा कि किसी भी शिकायत पर कार्रवाई करना प्रशासन का दायित्व है लेकिन यह कार्रवाई शिकायत की जांच के बाद ही की जायेगी। इस मामले संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करके उन्हें निर्देश दिए जाएंगे।
शिशिर भगत ने कहा कि जिलाधिकारी के वायदे के बाद एसोसियेशन ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि सभी दुकानों में माल भरा पड़ा है, जिसके खराब होने की आशंका है, मंगलवार को आपात स्थिति में हड़ताल का निर्णय लेना पड़ा। स्थितियां नहीं सुधरी तो भविष्य में पूरी रणनीति बनाकर आंदोलन किया जाएगा।
गौरतलब है कि विगत दिवस एसोसियेशन के सचिव और दाऊजी मिष्ठान्न भंडार पर कुछ लोगों द्वारा कथित तौर पर ब्लैकमेल किए जाने के खिलाफ मिष्ठान्न विक्रेताओं में भारी नाराजगी थी और उन्होंने आज बुधवार की सुबह से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। सुबह-सुबह कढ़ाही से निकली गर्मागर्म बेड़ई और आलू की चटपटी सब्जी के तलबगारों को मन मसोसना पड़ा।
जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन के लिए सभी मिठाई विक्रेता सुबह करीब साढ़े दस बजे सुभाष पार्क पर एकत्रित हुए और पैदल मार्च निकाल कर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। मिठाई विक्रेताओं का कहना था कि पिछले कुछ समय से वे ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रहे हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग भी उनका निरंतर उत्पीड़न कर रहा है। यह प्रवृत्ति बढ़ती ही जा रही है। दाऊजी मिष्ठान भंडार पर अभद्रता और सैंपल लेने के विरोध में आगरा स्वीट मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन ने एक दिन की बंदी की घोषणा की थी।
बिना जांच के नहीं होगी मिठाई विक्रेताओं पर कार्रवाई, डीएम के आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म