आगरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आगरा के खेरिया हवाई अड्डे के नए सिविल टर्मिनल का वर्चुअली शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी से 6,100 करोड़ रुपये की सात परियोजनाओं का शुभारंभ कर रहे थे। इनमें आगरा के सिविल टर्मिनल का शिलान्यास भी शामिल था।
वाराणसी के सिगरा स्टेडियम से लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये सभी परियोजनाएं सुविधाओं के साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसर लेकर आई हैं। सरकार केवल सवा सौ दिनों में पंद्रह लाख करोड़ की परियोजनाओं पर काम शुरू कर चुकी हैं। दस साल पहले लाखों, करोड़ों के घोटालों की ही चर्चा होती थी। सरकार दो लक्ष्यों पर काम कर रही है। पहला लक्ष्य निवेश से देश का विकास करने का और दूसरा लक्ष्य युवाओं को रोजगार देने का है। उन्होंने कहा कि आज यूपी की पहचान सबसे तेज विकास वाले राज्य की बन चुकी है। जेवर में अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा शीघ्र शुरू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ अभियान शुरू करने जा रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान वाराणसी में प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के. राम मोहन नायडू भी मौजूद रहे।
इस समारोह में जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, फतेहपुर सीकरी सांसद राजकुमार चाहर, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और बेबी रानी मौर्य सहित अन्य जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल को मंच पर संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया।
विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल मंच संचालक पर भड़के
जैसे ही पुरुषोत्तम खंडेलवाल मंच पर पहुंचे, वह अचानक भड़क गए। उन्होंने कहा कि यहां तमाम सामाजिक संस्थाओं के लोग, केंद्रीय मंत्री, कैबिनेट मंत्री, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष, प्रशासनिक अधिकारी और पूरा मीडिया मौजूद हैं। ऐसे में उन्हें अपमानित किया गया है। मंच पर बैठे अन्य प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि यह समझ नहीं पाए कि आखिर हुआ क्या। बाद में पता चला कि वह मंच पर केवल 2 मिनट का समय दिए जाने से भड़क गए थे। उन्होंने अपनी भड़ास उस अधिकारी पर निकाली जो मंच का संचालन कर रहा था।
पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने मंच से कहा कि मंच पर बैठे लोग और उनके सामने मौजूद श्रोताओं में कोई अंतर नहीं है। यह मंच और जो लोग आगे बैठे हैं, वे आगरा के श्रोतागण हैं और आगरा के मालिक हैं। यह मंच बेहद पवित्र है, और यह देश के प्रधानमंत्री का मंच है। मंच संचालक ने इसे मजाक समझ लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इतने बड़े कार्यक्रम का संचालन करना चाहिए। विधायक के अचानक भड़क जाने से अन्य जनप्रतिनिधि भी नहीं समझ पाए कि ऐसा क्या हो गया कि वह इस भड़क गए। अब उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
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