सही पोषण ही बेहतर स्वास्थ्य का सूत्र- कैबिनेट मंत्री
– बच्चों से सुनीं कविताएं, गर्भवती और धात्री माताओं को बताया सही पोषण आहार लेने का महत्व
आगरा: जनपद में सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा। इसी क्रम में शनिवार को माननीय कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ब्लॉक बरौली अहीर के अंतर्गत आने वाले आंगनवाड़ी केंद्र लोधई में बच्चों को पौष्टिक आहार का सेवन कराकर राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया गया।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने गर्भवती और धात्री माताओं को संबोधित करके उन्हें पोषण आहार लेने के प्रति जागरुक किया। उन्होंने कहा कि सही पोषण ही बेहतर स्वास्थ्य का सूत्र है। उन्होंने कहा कि बच्चों को सही पोषण मिले इसके लिए धात्री माताओं और गर्भवती को सबसे अधिक ध्यान रखना होगा। कुपोषण से मुक्त होने के लिए सही पौष्टिक आहार लेना जरूरी है।
संबोधन के दौरान कैबिनेट मंत्री ने धात्री माता संगीता से बातचीत करते हुए पूछा कि आप अपने बच्चे को मां के दूध के अतिरिक्त क्या-क्या खिलाती हैं, इसके जवाब में संगीता ने बताया कि वह क्षेत्रीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अन्नो के द्वारा हमें बताया गया था कि छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराना है, छह माह के बाद में ऊपरी आहार का सेवन कराने की सलाह दी है, उनका बच्चा अब आठ माह का हो गया है, इसलिए वह मां के दूध के अतिरिक्त ऊपरी आहार के तौर पर मसला हुआ केला, आलू, दाल का पानी, मसाला हुआ चावल इत्यादि चीजें भी खिला रही हैं।
कैबिनेट मंत्री ने संगीता की तारीफ करते हुए अन्य महिलाओं से भी बच्चों को सही आहार देने के लिए संवाद किया गया।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सही पोषण के साथ-साथ बच्चों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाने के लिए साफ-सफाई रखना भी अति आवश्यक है, इसलिए अपने घर पर और बच्चों की देखभाल के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। कैबिनेट मंत्री ने इस दौरान बताया कि अपने घर में सहजन का पौधा लगाए और अपने आस-पास भी पेड़-पौधों की सुरक्षा करें, जिससे कि आस-पास स्वच्छ वातारवरण रहे।
उन्होंने बताया कि जिनके घरों में जगह है वह अपने घरों में क्षेत्रीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की मदद से किचन गार्डन भी बनाएं, इससे बच्चों का पोषण युक्त आहार तैयार करें। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि स्वस्थ बच्चे के लिए स्वस्थ मां का होना अति आवश्यक है, इसलिए सभी गर्भवती अपनी सेहत का ध्यान रखें और गर्भावस्था की पहली तिमाही से ही डॉक्टर से अपनी प्रसव पूर्व जांच कराएं। इसके साथ ही अपने खाने -पीने का विशेष ध्यान रखें। अपने खाने में हरी साग-सब्जी और आयरन स्त्रोत वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें। कैबिनेट मंत्री ने इसके बाद आंगनवाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले तीन से छह वर्ष के बच्चों के साथ भी संवाद किया। उन्होंने बच्चों से कविताएं भी सुनीं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी अदीश मिश्रा ने बताया कि पोषण अभियान एक बहु-विभागीय कन्वर्जेन्स का अभियान है। राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जागरूकता संबंधी अनेक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इनमें एनीमिया से बचाव, बच्चों की वृद्धि निगरानी, पूरक आहार, और प्रारंभिक शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा, आंगनबाड़ी केंद्रों पर शिक्षा चौपाल, खेल और खिलौना आधारित गतिविधियों के साथ-साथ स्तनपान के महत्व पर चर्चा होगी। अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। अभियान के दौरान एनीमिया के खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिये विशेष कैंप आयोजित किये जायेंगे।
बरौली अहीर के बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) हरीश मौर्य ने बताया कि किचन गार्डन की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा कि पोषक तत्वों को नियमित आहार में सम्मिलित करना बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक है। खट्टे फल, अदरक, आँवला, अमरूद, पालक, सहजन, चौलाई आदि स्थानीय उगाई जाने वाली साग-सब्जियों के सेवन से प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, जिससे बीमारी व वायरल संक्रमण से बचा जा सकता है। उन्होने बताया कि सितंबर माह में साग-सब्जियों एवं फलों के पौधों के रोपण का उचित समय है, इसके तहत पोषण वाटिका(किचन गार्डन) के विकास के लिए क्षेत्र स्तर पर प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
इस मौके पर, यशपाल राणा प्रतिनिधि माननीय कैबिनेट मंत्री, विमल कुमार चौबे बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर, मुख्य सेविका, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका सहित लाभार्थी और ग्रामवासी भी उपस्थित रहे।