राशन घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ED की टीम पश्चिम बंगाल में लगातार छापेमारी कर रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को उत्तर 24 परगना जिले के तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाने गई ईडी की टीम पर हमला कर दिया गया। हमले में टीम की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई।
आज ईडी के अधिकारी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के सशस्त्र जवान स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता शेख साजहान जो पेशे से राशन डीलर भी हैं, के आवास पर पहुंचे और परिसर में प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन बड़ी संख्या में विरोध कर रहे लोगों ने उन्हें घेर लिया।
ईडी की टीम और CAPF के जवानों पर हमला
घर के प्रवेश द्वार पर ताला लगा हुआ था और जैसे ही ईडी के अधिकारियों ने विरोध करने वाली भीड़ को नजरअंदाज करते हुए उस ताले को तोड़ने की कोशिश की, कुछ और लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने ईडी के अधिकारियों के साथ-साथ केंद्रीय बलों के जवानों का भी शारीरिक रूप से विरोध करने की कोशिश की। चूंकि स्थानीय लोगों की संख्या केंद्रीय एजेंसी और केंद्रीय बलों के जवानों से कहीं अधिक थी इसलिए उन्होंने कुछ समय के लिए घटनास्थल से बाहर निकलने का फैसला किया लेकिन उसके बाद भी विरोध कर रहे स्थानीय लोगों ने लाठियों, ईंटों और पत्थरों के साथ केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को खदेड़ना शुरू कर दिया।
कारों के शीशे तोड़े
ईडी की कुछ गाड़ियों के शीशे भी तोड़ दिए गए। रिपोर्ट दर्ज होने तक इलाके में भारी तनाव व्याप्त था। ईडी के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में एक शिकायत भी दर्ज की है। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों की एक अन्य टीम ने उत्तर 24 परगना जिले में बनगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शंकर आध्या के ससुराल वालों के आवास पर भी छापा मारा।
राशन घोटाले के मामले में ईडी की छापेमारी
सजहान और आध्या दोनों पश्चिम बंगाल के पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी विश्वासपात्र माने जाते हैं, जिन्हें राशन वितरण मामले में पिछले साल अक्टूबर में ईडी ने गिरफ्तार किया था। ईडी अधिकारियों की तीसरी टीम शुक्रवार सुबह से दक्षिण कोलकाता के बिजॉयगढ़ स्थित एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के आवास पर छापेमारी कर रही है।
-एजेंसी
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