आगरा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज श्रीहरिकोटा परीक्षण रेंज से गगनयान मिशन के व्हीकल टेस्ट फ्लाइट (टीवी-डी1) का पहला परीक्षण कर लिया जो सफल रहा। गगनयान मिशन के लिए टेस्ट उड़ान टीवी-डी1 को सुबह आठ बजे लॉन्च किया जाना था, लेकिन अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए, इसका लॉन्च टाइम 30 मिनट आगे बढ़ा दिया गया। हालांकि, खराब मौसम की वजह से इसरो ने मिशन को 10 बजे लॉन्च किया। अंतरिक्ष में भेजने के बाद इसे सफलतापूर्वक बंगाल की खाड़ी में उतार लिया गया। सफल परीक्षण से सभी काफी उत्साहित है लेकिन आगरा के लिए यह उपलब्धि कुछ खास है।
क्रू मॉडल की टेस्ट लैंडिंग में आगरा स्थित डीआरडीओ के पैराशूट रिसर्च लैब एडीआरडीई द्वारा विकसित पैराशूट का इस्तेमाल हुआ है। गगनयान मिशन में अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने वाले कैप्सूल की सुरक्षित वापसी के लिए स्वदेशी पैराशूट एडीआरडीई वैज्ञानिकों ने बनाये हैं।
एडीआरडीई आगरा के निदेशक मनोज कुमार के निर्देशन में संस्थान के वैज्ञानिकों की टीम ने यह पैराशूट सिस्टम तैयार किया है जिससें इस मिशन में सबसे महत्वपूर्ण क्रू मॉडयूल को वापस लाएगा। शनिवार सुबह से ही होने वाले परीक्षण को लेकर आगरा के वैज्ञानिक आशान्वित हैं कि यह ट्रायल उनकी उम्मीद से बेहतर हो।
इस गगनयान में तीन यात्री अंतरिक्ष में जाएंगे। सबसे कठिन कार्य इन सदस्यों को वापस लेकर आने वाले क्रू मॉड्यूल की सुरक्षित लैंडिंग है। एडीआरडीई ने इसी के लिए रिकवरी सिस्टम विकसित किया है। इस सिस्टम में चार हिस्से हैं जिसमें कुल 10 पैराशूट लगाए गए हैं। एपेक्स कवर सेपरेशन वाले भाग में दो पैराशूट लगे हैं। यह एक तरीके से सुरक्षा कवर का काम करते हैं।
Compiled: up18 News
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