आगरा के सिकंदरा क्षेत्र में छात्रा को ब्लैकमेल करने का आरोपित पुलिस ने रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। उसका मोबाइल की जांच के बाद पुलिस ने 300 छात्राओं को ब्लैकमेल की कहानी झूठी बताई है। अब आरोपित के मोबाइल को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा। इस मामले में एक संस्था के अध्यक्ष ने अभियोग पंजीकृत कराया था, जिसमें छात्राओं को ब्लैकमेल करने वाले गैंग के संचालित होने की बात कही थी।
इंस्टाग्राम से करता था दोस्ती
सिकंदरा क्षेत्र की एक छात्रा से इंस्टाग्राम पर दोस्ती करने के बाद एक युवक उसे ब्लैकमेल कर रहा था। उसने एक संस्था के अध्यक्ष को इसकी जानकारी दी। यह भी कहा कि अगर वह शिकायत करेगी तो परिवार वाले उसकी पढ़ाई बंद करा देंगे।
संस्था अध्यक्ष ने आरोपित को पकड़कर उससे पूछताछ की। छात्रा को आरोपित ने काल करके धमकाया था। यह भी कहा था कि वह मोबाइल हैक कर लेता है। उसके मोबाइल में लड़कियों के 300 वीडियो हैं। इसके आधार पर पुलिस ने सिकंदरा थाने में आइटी एक्ट और जान से मारने की धमकी देने की धारा में अभियोग पंजीकृत कर लिया था। इसमें धीरज चौधरी व आठ अन्य युवक नामजद किए गए थे।
आरोपित का मोबाइल किया जब्त
एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि रविवार सुबह आरोपित धीरज चौधरी को गिरफ्तार कर उसके मोबाइल को जब्त कर लिया गया है। अन्य युवकों की इस मामले में कोई भूमिका नहीं है। धीरज ही छात्रा पर दोस्ती को दबाव बना रहा था। न करने पर उसने काल करके धमकी दी थी। अन्य युवकों की इसमें कोई भूमिका नहीं है। जांच में छात्राओं को ब्लैकमेल करने वाले गैंग के संचालित होने की बात भी सही नहीं पाई गई है।
लैब में जांच के लिए भेजेंगे मोबाइल
मामला केवल एक छात्रा को परेशान करने का था। उसी में कार्रवाई की गई है। 300 छात्राओं को ब्लैकमेल करने की बात झूठी है। इस संबंध में कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। आरोपित के मोबाइल को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है।
-एजेंसी