आगरा हादसा: आम आदमी पार्टी ने सांकेतिक धरना किया शुरू, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

Press Release

आगरा के घटिया आजम खाँ मार्ग सिटी स्टेशन रोड़ पर बीते गुरुवार को धर्मशाला में अवैध खुदाई के चलते जमींदोज हुए 6 मकानों के बाद अब राजनीति शुरू होती दिखाई दे रही है। धीरे धीरे सभी राजनीतिक दल इसको लेकर जिला प्रशासन के साथ-साथ सरकार पर निशाना साध रहे हैं। आम आदमी पार्टी भी इस में कूद पड़ी है। शनिवार सुबह आम आदमी पार्टी के नेता व कार्यकर्ता सिटी रोड स्टेशन रोड पहुंचे और नारेबाजी करते हुए जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को वहीं रोक लिया।

आम आदमी पार्टी ने धरना किया शुरू

ठेकेदार और प्लॉट स्वामी की लापरवाही के चलते हुए इस भीषण हादसे को लेकर आम आदमी पार्टी ने जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल वाजपेयी का कहना है कि मृतक 4 वर्षीय बच्ची के परिजनों को सरकार ने ₹200000 का आर्थिक मदद के रूप में चेक दिया है लेकिन उनकी मांग है कि पीड़ित परिवार को ₹25 लाख का मुआवजा मिलना चाहिए।

पुलिस पर आरोपियों को बचाने के लगाए आरोप

आम आदमी पार्टी नेता कपिल वाजपेई का कहना है कि आज हम सांकेतिक धरना दे रहे हैं। अगर पीड़ित परिजनों को 25 लाख का मुआवजा नहीं दिया गया तो रविवार से यहां पर नियमित रूप से धरना दिया जाएगा। आम आदमी पार्टी ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं, आप का साफ तौर पर कहना है कि आगरा पुलिस आरोपियों को बचाने के प्रयास में जुटी है। आरोपियों पर गंभीर धाराएं नहीं लगाई गई।

घरों पर लगाए गए लाल निशान का भी विरोध

आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा मकानों पर लाल निशान लगाए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। आम आदमी पार्टी का कहना है कि आखिर यह लोग जाएं तो कहां जाएं। आगरा प्रशासन द्वारा इन सभी लोगों को किराए के मकान उपलब्ध कराने चाहिए। आम आदमी पार्टी ने मांग की है कि पीड़ित को ₹25 लाख का मुआवजा दिया जाए, ऐसा नहीं किया जाता है तो वह आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। अब देखना होगा कि आगरा प्रशासन इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करता है।