अगर आपके बच्चों की उम्र 10 से 16 साल के बीच है तो ये आपको जरूर पढ़नी चाहिए। बच्चों को चोर बनाने वाला गैंग पूरे देश में काम कर रहा है। इन्हें तलाश होती है ऐसे बच्चों की जो दिखने में खूबसूरत हों, जो पढ़े लिखे हों, जो दिखने में अमीर लगते हों। ये गैंग सीधे-सादे बच्चों को अपराधी बनाने का काम कर रहा है। इस शातिर गैंग के लोग पहले बच्चों का सौदा करते हैं और फिर उन्हें चोरी करने के लिए ट्रेनिंग देते हैं। करीब छह महीने की ट्रेनिंग के बाद बच्चों को गुनाह के दलदल में धकेल दिया जाता है।
शादी में ‘बच्चा गैंग’ का आतंक
कुछ दिन पहले एक खबर आई थी। इस खबर में बताया गया था कि कैसे शादियों के पंडाल के अंदर सूट-बूट पहने बच्चे आते हैं और फिर आपकी आंखों के सामने आपका कीमती सामान चोरी कर लेते हैं। ये पूरे समय आपकी आंखों के सामने होते हैं, लेकिन आप इन्हें पहचान नहीं पाते। इनकी ड्रेस, शक्ल-सूरत, चाल-चलन देखकर ऐसा लगता कि जैसे ये शादी में बुलाए गए मेहमान हों और बस यहीं पर धोखा हो जाता है। कोई इन पर शक भी नहीं करता और ये शादी में से जूलरी, पैसे तथा दूसरी कीमती चीजों को उठाकर गायब हो जाते हैं।
मध्यप्रदेश का गैंग बच्चों को बनाता है चोर
यह खबर आने के बाद दिल्ली पुलिस ने इस पर कार्रवाई की और अब ऐसे एक गैंग का पर्दाफाश किया है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में इन्होंने कई चौंकाने वाले सच पुलिस को बताए। ये गैंग मध्यप्रदेश का है और शादी के सीजन में एक्टिव होता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि बाकी दिनों में ये लोग काम नहीं करते। जब शादी का सीजन नहीं होता तो ये गैंग बच्चों को चोर बनाने के काम में व्यस्त रहता है।
12-12 लाख रुपये में बच्चों का सौदा
इस गैंग की खास नज़र होती है ऐसे बच्चों पर जो दिखने में सुंदर हों लेकिन उनका ताल्लुक निम्न मध्यम वर्ग से हो। गैंग के लोग आसपास ऐसे बच्चों को ढूंढते रहते हैं। उसके बाद ये लोग उन बच्चों के माता-पिता को 10-से 12 लाख रुपये तक देने का लालच देते हैं। ये बताते हैं कि इससे बच्चों को कोई नुकसान नहीं होगा। पैसे के लालच में माता-पिता भी इनका साथ देने के लिए तैयार हो जाते हैं। बच्चे की शक्ल-सूरत के हिसाब से ही बच्चे के रेट तय होते हैं।
बच्चों को देते हैं चोर बनने की ट्रेनिंग
बच्चों को कॉन्ट्रेक्ट में लेने के बाद ये गैंग उन बच्चों की ट्रेनिंग शुरू करता है। उन्हें सिखाया जाता है कि कैसे अपने शिकार पर नजर रखनी है। कैसे शादी के पंडाल के बीच से कीमती बैग उठाना है। इन्हें ये भी सिखाया जाता है कि लोगों के बीच खुद को सामान्य दिखाना है। साथ ही बच्चों को स्टाइलिश लुक देने के लिए बात करने का तरीका, चलने फिरने का स्टाइल भी सीखाया जाता है। इन बच्चों को इतना ट्रेंड कर दिया जाता है कि शादी में कोई इनकी नीयत पर शक ही नहीं कर पाता।
सूट-बूट पहनकर ये करते हैं चोरी
शादी का जब सीजन शुरू होता है तो इन बच्चों के लिए सूट-बूट तैयार किया जाता है। इनके हाथ में घड़ी होती है। इनको देखकर यही लगता है कि ये बड़े घर के बच्चे हैं।
इन बच्चों का प्रमुख काम होता है दुल्हन या दूल्हे के कीमती सामान का पता करना और मौका मिलते ही उस पर हाथ साफ करके निकल जाना।
दरअसल, सीसीटीवी फुटेज से पता लगने के बाद एक लड़के की गिरफ्तारी से यह सारा खेल सामना आया और उसी के जरिए ये जानकारी हुई कि मध्यप्रदेश का यह गैंग बाकायदा प्रोफेशनल तरीके से इस काम को अंजाम तक पहुंचाता है।
Compiled: up18 News
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