ओडिशा के संबलपुर में अदालत परिसर में तोड़फोड़ के कथित आरोप में पुलिस ने 14 वकीलों को गिरफ्तार किया है। संबलपुर के पुलिस अधीक्षक बी. गंगाधर ने मंगलवार को कहा कि सोमवार को जिले में ओडिशा उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ की स्थापना की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान यह घटना हुई थी। इस मामले में नगर पुलिस थाने में तीन मामले दर्ज किए गए थे।
उन्होंने कहा, “अब तक हमने जिला न्यायाधीश के कक्ष में तोड़फोड़ करने के आरोप में 14 वकीलों को गिरफ्तार किया है। उनमें से नौ को अदालत में पेश किया गया और बाद में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।”
एसपी ने कहा कि घटना में शामिल अन्य लोगों को न्यायाधीश के कक्ष के पास लगे सीसीटीवी से फुटेज की जांच के बाद गिरफ्तार किया जाएगा। एसपी ने यह भी कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कचेरी छक में धरना स्थल पर सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी गई है और प्रतिबंधित क्षेत्र के 200 मीटर के दायरे में प्रवेश करने पर कार्रवाई की जाएगी।
उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को ओडिशा सरकार से कहा था कि वह बताए कि राज्य में अदालतों के कामकाज में व्यवधान रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है। राज्य के कुछ जिलों में वकील आंदोलन कर रहे हैं। न्यायमूर्ति एस के कौल और न्यायमूर्ति ए एस ओका की पीठ ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई न करने को लेकर राज्य पुलिस को फटकार भी लगाई, जिन्होंने जिला अदालत परिसर में कथित तौर पर तोड़फोड़ की थी।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) पहले ही 18 महीने की अवधि के लिए 29 आंदोलनकारी वकीलों के ‘प्रैक्टिस के लाइसेंस’ को निलंबित कर चुकी है।
Compiled: up18 News