आगरा: मौसम में बदलाव के साथ ही चर्म रोग के मरीजों की संख्या जिला अस्पताल में बढ़ने लगी है। जिला अस्पताल चर्म रोग विभाग की ओपीडी में भारी संख्या में रोगी पहुँच रहे हैं। इसमें स्केबीज़ के मरीजों की संख्या अधिक है। प्रतिदिन लगभग 300 से अधिक चर्म रोग के मरीज परामर्श के लिए आ रहे हैं जिनमे स्केबीज मरीजों की संख्या अधिक है।
छुआछूत की तरह फैलता है यह रोग
जिला अस्पताल के चर्म रोग विशेषज्ञ देवेंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। स्केबीज की बीमारी छुआछूत की बीमारी की ही तरह है। अगर घर में किसी व्यक्ति को यह बीमारी हो गई है तो परिवार के अन्य लोगों को भी उसके साथ दवा अवश्य लेना चाहिए। अगर समय से रोगी दवा नहीं लेगा तो उसके त्वचा को अधिक नुकसान हो सकता है।
शरीर को रखें साफ़, रोज नहाएं
जिला अस्पताल के चर्म रोग विशेषज्ञ देवेन्द्र प्रकाश सिंह ने बताया कि स्केबीज बीमारी आमतौर पर सर्दी में अधिक देखने को मिलती है। इसमें पीड़ित के हाथ-पैरों की अंगुलियों के बीच खुजली, नाभि और यूरिन की जगह पर लाल दाने आ जाते हैं। यह बीमारी व्यक्ति के नहाने में संकोच करने और शरीर को साफ न रखने से होती है। इससे खुजली होती है और खुजाने से यह बीमारी अधिक फैलती है।
रात में बढ़ जाती है खुजली
अगर घर में किसी व्यक्ति को स्केबीज रोग हो गया है तो उसके कपड़े, बिस्तर अन्य सदस्यों से अलग रखें। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। स्केबीज के मरीज को नियमित नहाने के साथ धुले हुए कपड़े पहनने चाहिए। रोगी द्वारा उतारे गए कपड़ों को गर्म पानी में धोना चाहिए। रोगी के परिवार के सभी सदस्यों को दिखाकर बीमारी से बचाव की दवा लेनी चाहिए।
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