कराची। पाकिस्तानी अभिनेत्री और मॉडल सदफ़ कंवल की महिलावाद और पत्नी के रूप में महिलाओं की भूमिका पर एक टिप्पणी काफ़ी विवादित हो गई है. पाकिस्तान के लोग सोशल मीडिया पर ख़ूब टीका-टिप्पणी कर रहे हैं.
पाकिस्तान में पिछले दो दिनों से #Our husband is our Culture ट्रेंड कर रहा है.
सदफ़ से पाकिस्तानी टीवी एआरवाई पर एंकर ने पूछा था कि वह महिलावाद पर क्या सोचती हैं, क्या पाकिस्तान में महिलाएं मजलूम हैं?
इस सवाल के जवाब में सदफ़ ने कहा, ”औरत मजलूम बिल्कुल नहीं है. औरत बहुत मज़बूत है और मैं तो ख़ुद को बहुत मज़बूत समझती हूँ और आप भी बहुत मज़बूत होंगी. औरत बिल्कुल भी बेचारी नहीं है. औरत मार्च की डिबेट बिल्कुल अलग हो जाएगी. हमारा कल्चर क्या है, हमारा मियां हैं, मैंने शादी की है, मैंने उसके जूते भी उठाने हैं. उसके कपड़े भी स्त्री करूंगी, जो मैं नहीं करती हूँ बल्कि कम करती हूँ.”
”लेकिन मुझे पता होता है कि मेरे मियां के कपड़े कहाँ हैं. मुझे पता होता है कि मेरे मियां की क्या चीज़ कहाँ पड़ी हुई है. उन्हें क्या खाना है, ये मुझे पता होना चाहिए क्योंकि मैं उसकी बीवी हूँ. क्योंकि मैं एक औरत हूँ इसलिए उसे मेरा पता नहीं होना चाहिए बल्कि उसका मुझे ज़्यादा पता होना चाहिए.”
”मैं यही देखकर बड़ी हुई हूँ. आजकल बहुत लिबरल्स आ गए हैं. मेरी सोच है कि महिलावाद में अपने मियां का ख्याल रखूं और उसे इज़्ज़त दूं और जो हो सके करूँ.”
पाकिस्तान में ट्विटर पर सब पूछ रहे हैं कि सदफ़ कहना क्या चाहती हैं. कई लोग ये भी कह रहे हैं कि जब भारत की पुरुष और महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलंपिक के सेमीफ़ाइनल में पहुँच गई है तो पाकिस्तान में ‘हमारा कल्चर क्या है, हमारा मियां है’ ट्रेंड कर रहा है. पाकिस्तानी पत्रकार शिराज़ हसन ने यही बात लिखी है.
लाहौर की वकील रीमा उमर ने सदफ़ के इस वीडियो को ट्वीट कर स्माइली बनाकर लिखा है, ”आजकल बहुत लिबरल्स आ गए हैं.” रीमा उमर के इस वीडियो पर शाहरुख़ वानी नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा है, ”ऐसी संस्कृति, जिसमें पति का ख्याल पत्नी नन्हे बच्चे की तरह रखती है.”
कुछ यूज़र्स ने सवाल किया कि पुरुष नौकरानी चाहते हैं या पत्नी? अब्दुल्लाह इमरान ने एक इमोजी के साथ लिखा है, ”सभी पुरुष सदफ़ कंवल से सहमत हैं कि शादी मतलब एक नौकरानी का आना है.”
सोहैब नाम के एक यूज़र ने लिखा है, ”सदफ़ कंवल अपने पति का नौकर बनकर आप ख़ुश रहें. ये आपके लिए अच्छा है. मैं नहीं चाहूंगा की मेरी बेटी इस तरह से सोचे.”
पाकिस्तानी कॉमेडियन अली गुल पीर ने तो सदफ़ के इंटरव्यू की आवाज़ यानी ऑडियो लेकर एक वीडियो बना दिया है. अली का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
हालाँकि कुछ लोगों ने सदफ़ का समर्थन भी किया है. राना गुफ़रान नाम के एक यूज़र ने लिखा है, ”इसमें क्या समस्या है. वो इस उपमहाद्वीप की संस्कृति की बात कह रही हैं और इस पर गर्व होना चाहिए. जिस तरह से सदफ़ का मज़ाक उड़ाया जा रहा है, उससे पता चलता है कि लोगों को मर्दों के हक़ में एक भी बात पसंद नहीं है.”
इस इंटरव्यू में उनके पति शहरोज़ भी थे. शहरोज़ ने कहा, ”महिलाएं जो कर सकती हैं, वो पुरुष भी नहीं कर सकते. दोनों को अपनी जगह समझने की ज़रूरत है. अल्लाह ने दोनों को अलग-अलग भूमिका दी है. अगर ऐसा नहीं होता तो अल्लाह दोनों के अलग-अलग नहीं बनाता. महिला और पुरुष अलग-अलग तरह से सोचते हैं. अगर दोनों एक दूसरे का आदर करेंगे तो यही समानता है.”
-एजेंसियां