मीरा चोपड़ा की सरकार से अपील, वुमंस डे से लीगल करें प्रॉस्टिट्यूशन

Entertainment

नई द‍िल्ली। 8 मार्च को मह‍िला द‍िवस को कुछ अनोखे तौर से मनाने के ल‍िए प्रियंका चोपड़ा की बहन मीरा  (meera chopra)  ने सरकार से अपील की है क‍ि वुमंस डे से प्रॉस्टिट्यूशन को लीगल कर द‍िया जाये ताक‍ि सेक्स वर्कर्स की स्थ‍ित‍ि को बेहतर बनाया जा सके।

रिलीज़ के लिए तैयार वेब सीरीज ‘कमाठीपुरा’ ( Kamathipura ) मुंबई के रेड लाइट एरिया पर आधारित है। इस वेब सीरीज में तनुज विरवानी और मीरा चोपड़ा मुख्य भूमिका में हैं। मीरा ‘कमाठीपुरा’ में एक पुलिस ऑफिसर के रोल में हैं, जबकि तनुज फिल्म के मुख्य विलेन हैं। मीरा की सीरीज Kamathipura अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस ( International Women’s Day ) पर रिलीज़ हो रही है, जो देह व्यापार करने वाली महिलाओं पर बेस्ड है।

मीरा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा क‍ि मैं चाहती हूं कि इस महिला दिवस के मौके पर सरकार देह व्यापार के बिजनस को लीगल कर दे, यदि किसी भी कारण वश सरकार प्रॉस्टिट्यूशन को वैध नहीं कर सकती तो फिर देह व्यापार करने वाली महिलाओं को सरकारी भत्ता मुहैया करवाए।’

ब्रिटिश सैनिकों के लिए बना था कमाठीपुरा

गौरतलब है क‍ि देश का दूसरा सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया कमाठीपुरा में आज भी हजारों सेक्स वर्कर्स बद से बदतर जिंदगी बिता रही हैं। भले ही अंग्रेजों ने अपने सैनिकों के लिए इस रेड लाइट एरिया को ‘कम्फर्ट जोन’ के रूप में तैयार करवाया था, लेकिन ये जगह सेक्स वर्कर्स के लिए नर्क से कम नहीं हैं। 1980 में अमेरिकी फोटोग्राफर मैरी एलेन मार्क ने कमाठीपुरा की लाइफ को अपने कैमरे में कैद कर उन्हें मिलने वाली प्रताड़नाओं के बारे में बताया था।

– मैरी एलेन मार्क ने कमाठीपुरा में खींची फोटोज को ‘द केज गर्ल्स ऑफ़ बॉम्बे’ नाम दिया था।
– उनकी ये फोटो सीरीज दुनिया भर में बेहद मशहूर हुई थी। जिसे खींचने उन्होंने तीन माह रेड लाइट एरिया में बिताए थे।
– फोटो सीरीज में सेक्स वर्कर्स को होने वाली बीमारियां, अत्याचार और गरीबी को दिखाया गया था।

कमाठीपुरा अब ह्यूमन ट्रैफिकिंग(मानव तस्करी) का बड़ा अड्डा बनता जा रहा है

– बांग्लादेश और अन्य राज्यों से लाई जाने वाली महिलाओं को नशे की लत लगा दी जाती है।
– उन्हें तब तक छोटे अंधेरे कमरे में इंजेक्शन देकर बंद रखा जाता है जब तक उनका विल पावर खत्म न हो जाए।
– जवान दिखने के लिए टैबलेट्स भी दी जाती हैं। इन टैबलेट्स का सेवन न करने पर लड़कियों को बेचैनी होती है।
– एक रात में इन लड़कियों को 5 से 8 कस्टमर्स को परोसा जाता है। यदि लड़कियां सेक्स करने से मना करती है तो उन्हें पीटा जाता है।

– एजेंसी


Discover more from Up18 News

Subscribe to get the latest posts sent to your email.