एक्ट्रेस लारा दत्ता ने कई फिल्मों में काम किया लेकिन अभी कुछ समय से वह बड़े पर्दे से गायब हैं। उन्होंने काम करना ही बंद कर दिया है। और इसके पीछे फैमिली और बच्चे नहीं, बल्की दूसरी वजहें हैं। उनका कहना है कि वह फिल्मों में ऑफर होने वाले रोल्स से परेशान हैं।
उन्हें अक्सर हीरो की पत्नी या फिर उसकी गर्लफ्रेंड बनने का ही रोल्स ऑफर किए जाते थे, जिसे करके वह पक चुकी थीं। उनका कहना है कि वह कॉमिक फिल्में करके ज्यादा सुकून महसूस करती हैं क्योंकि उस तरह की फिल्मों में उन्हें इन सब रोल्स से ज्यादा परफॉर्म करने का मौका मिलता है।
2003 में आई फिल्म ‘अंदाज’ से डेब्यू करने वाली एक्ट्रेस ने 2015 तक भरपूर काम किया और उसके बाद से उन्होंने ब्रेक ले लिया। उन्होंने कहा कि वह फिल्मों से दूरी इसलिए बना रही हैं, जिससे वह अपनी बेटी सायरा को समय दे सकें। वह कहती हैं कि ‘जैसे ही मैं 30 की हुई, मैं सच कहूं तो मैं पक गई थी। इंडस्ट्री भी अलग ही राह पर थी। आपको इसलिए कास्ट किया गया क्योंकि फिल्म में एक ग्लैमरस एक्ट्रेस की डिमांड होती है। फिर आप हमेशा हीरो की पत्नी या गर्लफ्रेंड का ही रोल निभा रहे थे। जिससे मैं थक गई थी।’
लारा ने कहा कि उन्होंने जानबूझकर कॉमेडी फिल्मों को चुना, जिससे वह इन सबसे उबर सकें। इससे उन्हें अपनी परफॉर्मेंस दिखाने के लिए ज्यादा मौके मिले।
लारा दत्ता ने ‘नो एंट्री’, ‘भागमभाग’, ‘पार्टनर’, ‘हाउसफुल’ और ‘सिंह इज ब्लिंग’ जैसी कॉमेडी फिल्में करने पर कहा, ‘इन फिल्मों ने मुझे किसी की गर्लफ्रेंड और पत्नी बनने से ज्यादा बहुत कुछ दिया है। मैंने सक्सेसफुल और पॉप्यूलर कॉमिक फिल्में कर अपनी छाप छोड़ी है। इन फिल्मों ने मुझे स्क्रीन पर ग्लैमरस ऐक्ट्रेस बनने से ज्यादा काफी कुछ कहने का मौका दिया।’
लारा का कहना है कि 30 साल में उनकी बेटी हुई थी। जिसके बाद वह फिल्मों में ऐसे किरदार करके थक चुकी थीं। हालांकि उन्होंने पिछले दो साल से इंडस्ट्री में कमबैक किया है। वह ‘हंड्रेड’,’ हिकप्स एंड हुकप्स’ और ‘कौन बनेगी शिखरवटी’ जैसी वेब सीरीज में नजर आई थीं। उसके पहले वह अक्षय कुमार की फिल्म ‘बेलबॉटम’ में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के किरदार में दिखाई दी थीं।
-एजेंसियां