गाय की सुरक्षा को लेकर काफी परेशान हैं मुकेश खन्ना, वीडियो जारी कर जाहिर किया गुस्सा

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मुंबई। ‘भीष्म पितामह’ कह लें या ‘शक्तिमान’, टेलिविजन पर इन दमदार किरदारों को जीने वाले मुकेश खन्ना गाय की सुरक्षा को लेकर काफी परेशान हैं। मुकेश खन्ना ने वीडियो जारी कर गौ हत्या के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला है।

मुकेश खन्ना का यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है, जिसमें गाय की हत्या और उसका मांस खाने वालों पर वह बौखलाए दिख रहे हैं। इस वीडियो में मुकेश खन्ना कहते नजर आ रहे हैं, ‘क्या हम लोग कल्कि का इंतजार कर रहे हैं कि कल्कि आकर हमारी गाय माता को बचाएंगे? क्या आप अपने घर-परिवार की माता के लिए आप ये इंतजार पुलिस आएगी तो उन्हें बचाएगी या फिर मिलिट्री आएगी तो उन्हें बचाएगी?’ नहीं, जब उनके लिए आप नहीं करते तो गाय हमारी और आपकी माता है ये किसी को बताने की आवश्यकता क्यों पड़ती है?’

मुकेश खन्ना आगे कहते नजर आ रहे हैं, ‘क्यों खुलेआम गाय खाई जाती है? एक्सपोर्ट किया जाता है, मारी जाती है.. काटी जाती है। इतना बोलने के बावजूद भी ये चल रहा है क्योंकि कुछ लोग तो बाहर के मुल्कों से खाकर आते हैं तो उनको आदत पड़ जाती है। ये बोलते हैं कि उनका मांस अच्छा है, शर्म आनी चाहिए आपको और कुछ लोग तो इसलिए ऐसा करते हैं क्योंकि उनका बिजनेस है तो इसे वो विदेशों में बेचते हैं और उन्हें लाखों-करोड़ों की कमाई होती है। बंद करना चाहिए। सरकार को भी मैं आह्वाहन करूंगा।’

मुकेश खन्ना ने महाभारत के किरदार भीष्म पितामह की भी चर्चा की और कहा, ‘कहते हैं कि जिस तरह भीष्म पितामह की आत्मा पवित्र मानी जाती है उसी तरह गाय माता की आत्मा को भी पवित्र कहा गया है। अगर लोग नहीं मानते हैं तो मैं सरकार से कहूंगा कि सफेद गाय को हमारा राष्ट्रीय पशु घोषित करें। शेर हमारा राष्ट्रीय पशु है, लेकिन वह खुद अपनी रक्षा कर सकता है, लेकिन गाय नहीं।’

उन्होंने इस वीडियो का कैप्शन भी काफी लंबा-चौड़ा लिखा है। उन्होंने कहा है, ‘क्या हमें ये बताना पड़ेगा कि कृष्ण भगवान गायों के बीच रहते थे ? उनके दूध और उनसे बने हुए माखन खाकर बड़े हुए थे। अपने इर्द गिर्द गायों को कटता देख कर भी हम चुप हैं! गौ माता को काटा जा रहा है। उनके मांस को खाया जा रहा है,

उनका बड़े पैमाने पर, पैसा कमाने की नीयत से विदेशों में निर्यात किया जा रहा है। खुलेआम ! और हम सब मूक दर्शक बन कर चुप हैं ! शर्म आनी चाहिए हमें। उन्हें भी जो इसे चाव से खाते हैं। इसे रोका जाना चाहिए। और मेरे हिसाब से इसका एक ही तरीक़ा है कि सरकार को गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित कर देना चाहिए। जो इस समय शेर है।’

शेर अपनी रक्षा स्वयं कर सकता है। परंतु गाय अपने भक्तों की ओर कातर नज़रों से देखती है कि वो आगे बड़ कर उनकी रक्षा करें। उनके क़ातिलों से, उनके भक्षकों से। पर हर कोई अपनी लाइफ में बिज़ी है। इसलिए सरकार को आगे आकर गाय को राष्ट्रीय पशु, राष्ट्रीय सम्पदा घोषित कर देना चाहिए। तब जाकर न्याय होगा, हमारे ज़मीर से, भक्ति से, विश्वास से। तब जाकर किसी माई के लाल की हिम्मत नहीं होगी इन्हें काटने की।’

-एजेंसियां