कुछ तरीके जिसे फॉलो करके आप जंक फूड से बना सकते हैं दूरी

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जंक फूड का नाम लेते ही मुंह में पानी आ जाता है। चाहे बात क्रिस्पी फ्राईज की हो या चीज में डूबे पिज्जा स्लाइस की… ये सारी ऐसी चीजें हैं जो आज ज्यादातर लोगों का फेवरिट फूड है। ये हम सब जानते हैं कि एक्सट्रा कैलरी और फैट से दूरी बनाने में ही हमारी भलाई है लेकिन फिर भी जंक फूड से दूरी बनाना लगभग असंभव-सा हो जाता है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि जंक फूड का मोह न छोड़ पाने के पीछे सिर्फ आपकी इच्छाशक्ति जिम्मेदार नहीं है। लेकिन कुछ तरीके हैं जिसे फॉलो करके आप जंक फूड से दूरी बना सकते हैं।

रिसर्च में पाया गया

हाल ही में हुई एक रिसर्च में ये बताया गया कि आखिर क्यों जंक फूड छोड़ना मुश्किल हो जाता है। इस रिसर्च में 50 लोगों को शामिल किया गया और 10 दिनों के लिए उनकी ईटिंग हैबिट, मूड्स, सोशल इन्ट्रैक्शन और व्यवहार को करीब से ऑब्जर्व किया गया और जो रिजल्ट सामने आए उससे ये पता चल गया कि क्यों जंक फूड छोड़ना इतना मुश्किल है।

जंक फूड आसानी से उपलब्ध

इसमें कोई दो राय नहीं है कि हम सभी लोगों को घर का खाना अच्छा लगता है लेकिन बिजी दिनचर्या की वजह से हमें खाना बनाने का समय नहीं मिलता है, ऐसे में हमें आसानी से केवल जंक फूड ही मिलते हैं। हर मेट्रो स्टेशन से लेकर ऑफिस वेंडिंग मशीन, एयरपोर्ट लेकर रेलवे स्टेशन तक हर जगह आपको कुछ मिले न मिले लेकिन जंक फूड आसानी से मिल जाएगा। इस समस्या को हल करने का एक तरीका ये है कि आप जहां ज्यादा समय बिताते हैं वहां से इन स्नैक्स को हटा दें।

दुखी होने पर खाना

हम जब भी अच्छा महसूस नहीं करते या कोई बात हमें अंदर ही अंदर परेशान करती है तो ऐसे में हम अक्सर इन बातों से ध्यान भटकाने के लिए अपनी फेवरिट चीजें खाते हैं। सैड फीलिंग आपको स्नैक्स खाने के लिए मोटिवेट करती है। इस चीज पर कंट्रोल करने के लिए जब भी आप डाउन फील करें अपने इमोशन पर कंट्रोल करने की कोशिश करें और उस वक्त क्या खा रहे हैं उसपर भी पूरा ध्यान रखें।

जंक फूड अडिक्टिव होता है

इस स्टडी के अनुसार जंक फूड जैसे बर्गर, पिज्जा और फ्राईज काफी अडिक्टिव होते हैं। जब भी आप भूखें होते हैं आपको इन्हीं जंक फूड को खाने की क्रेविंग होती है।

जंक फूड पर कंट्रोल करने के लिए क्या करें

रिसर्च में ये रिजल्ट सामने आया कि जब लोग किसी के साथ होते हैं तो कम खाते हैं लेकिन अकेले लोग काफी ज्यादा खा लेते हैं। इसका मतलब ये है कि जब हम किसी की कंपनी इंजॉय करते हैं तो कम खाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि कभी अकेले न खाएं बल्कि किसी न किसी के साथ खाएं।

व्यस्त रहें

अगर आप ज्यादा व्यस्त रहते हैं तो आप काफी सीमित मात्रा में खाते हैं। इसलिए व्यस्त रहना आपके लिए सेहतमंद साबित हो सकता है। इसके लिए बस आपको इतना सोचना है कि आप जब भी काम कर रहे हैं आपके आसपास खाने की कोई चीज नहीं है।

-एजेंसियां


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