अगर आप अपनी आइब्रो के लुक से खुश नहीं हैं तो इसके लिए लेटेस्ट ब्यूटी ट्रेंड माइक्रोब्लेडिंग को आजमाया जा सकता है। इस प्रोसेस में कॉस्मेटिक पिगमेंट्स के जरिए बालों की डिजाइन बनाई जाती है, जिससे आइब्रो के पूरे या एक हिस्से के लुक को बदला जा सकता है।
पर्मानेंट नहीं है टैटू
इस मेथड की खास बात यह है कि इसमें किसी तरह की सर्जरी नहीं होती है और ना ही यह पर्मानेंट होता है, ऐसे में अगर आपको आइब्रो के लुक में आगे भी बदलाव करवाना हो तो आप ऐसा करवा सकेंगे।
कॉस्मेटोलॉजिस्ट के मुताबिक, ‘यह एक टैटू है, जो समय के साथ फेड होता जाता है। टैटू कितने समय तक रहेगा यह इस पर निर्भर करता है कि किस क्वालिटी के पिगमेंट का इस्तेमाल किया गया है। सही केयर करने पर यह टैटू 6 से 18 महीने तक बना रहता है।’
ऐसे होती है माइक्रोब्लेडिंग
माइक्रोब्लेडिंग उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो अपनी आइब्रो को फुल लुक देना चाहते हैं। इसके जरिए आइब्रो के शेप, कॉर्नर्स को हाइलाइट और गैप को भरा जा सकता है। इस पूरे प्रोसेस को करने में करीब दो घंटे का समय लगता है। सबसे पहले आइब्रो का शेप बनाया जाता है। इसके बाद स्किन टोन के हिसाब से कलर चुना जाता है। एक-एक कर टैटू पेन से फेदर लुक देते हुए बालों को बनाया जाता है। एक पेन में 12 से 15 माइक्रोब्लेड्स होती हैं।
मिलता है नेचुरल लुक
माइक्रोब्लेडिंग की खास बात यह है कि यह आइब्रो को नेचुरल लुक देता है। टैटू को इस तरह से बनाया जाता है कि असली और बनाई गई आइब्रो में फर्क करना मुश्किल होता है। अगर कोई माइक्रोब्लेडेड आइब्रो को हटाना चाहता है तो इसके लिए टैटू रिमूवल ट्रीटमेंट लिया जा सकता है।
-एजेंसियां