वक्फ संशोधन कानून को लेकर केंद्र सरकार ने मंगलवार को अधिसूचना जारी की। जिसमें कहा गया कि नया वक्फ कानून बुधवार 8 अप्रैल 2025 से लागू होगा। इस बीच पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में मंगलवार शाम को वक्फ कानून के विरोध के दौरान हिंसा भड़क गई।
वहीं, जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वक्फ कानून को लेकर भारी हंगामा हुआ। जिसको लेकर यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राजभर ने कहा कि वक्फ कानून गरीब मुसलमानों के लिए है, इसलिए अमीर विरोध कर रहे हैं।
सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि यह कानून गरीब मुसलमानों के लाभ के लिए है। जो मजबूत मुसलमान हैं और गरीबों का हक लूटते है, वही लोग इसका विरोध कर रहे हैं। इस तरह के हंगामे का कोई मतलब नहीं है। बता दें कि राजभर और उनकी पार्टी लगातार मुस्लिमों की हितों की बात करते हैं। वहीं, एनडीए का घटक दल होने के नाते उन्हें वक्फ बिल का समर्थन करना पड़ रहा है। वहीं, वक्फ कानून के लागू होने के बाद सुभासपा के भीतर मुस्लिम नेताओं में नाराजगी बढ़ी है। पिछले दिनों ही पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के संगठन मंत्री जफर नकवी ने इस्तीफा दे दिया था।
दूसरी तरफ, जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर मचे बवाल पर विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक सुनील शर्मा ने कहा, ‘वक्फ को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस का दर्द शेख अब्दुल्ला के समय से ही है। आजादी के बाद से ही नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ही जम्मू-कश्मीर में वक्फ का संचालन किया है। इनका खुद का दफ्तर वक्फ की जमीन पर है। इनके रिश्तेदारों और कार्यकर्ताओं के पास कई दफ्तर और जमीनें हैं, जो वक्फ की हैं और उन्हें इस पर सवाल उठने का डर है। एक आम, गरीब और दबे-कुचले मुसलमान को इससे कोई दिक्कत नहीं है। वह इस विधेयक से खुश है।’
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