आधी हकीकत आधा फसाना: क्या कलियुग में हनुमानजी का निवास गंधमादन पर्वत पर है?

हनुमानजी सप्तचिरंजीवों में से एक हैं। अर्थात सदैव जीवित रहने वाले। हनुमानजी ने त्रेतायुग में श्रीरामजी की अवतार समाप्ति के उपरांत भी द्वापार युग में महाभारत के युद्ध में सहभाग लिया था  उसके उपरांत कलियुग में संत तुलसीदासजी तथा समर्थ रामदास जी, इन संतों ने हनुमानजी के दर्शन किए हैं, ऐसा उल्लेख मिलता है। श्रीमद्भागवत […]

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जानिये युद्ध में जब पांडव जीत गए तो अर्जुन और श्रीकृष्ण के उतरते ही क्यों जल गया था रथ?

महाभारत युद्ध में अर्जुन का रथ बहुत खास था। क्योंकि, उस रथ का स्वयं भगवान श्रीकृष्ण चला रहे थे। युद्ध से पहले श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था कि हनुमानजी से प्रार्थना करो और अपने रथ के ऊपर ध्वज के साथ विराजित करो। ये बात अर्जुन ने मान ली थी और हनुमानजी के निशान वाला […]

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