सरकारी ओहदेदारों में बढ़ता अनकॉमन-सेंस…

मुझे नहीं मालूम… मेरा लेख पढ़ने वालों में से कितने लोग सरकारी पदों पर रहे होंगे और कितने अब भी सरकार को अपनी ”सेवाएं” दे रहे होंगे परंतु मुझे इतना अवश्‍य मालूम है कि सरकारी सेवाएं देने वाले अधिकांश सज्‍जन कॉमनसेंस का बेहद अनकॉमनली इस्‍तेमाल करते हैं। सरकारी ओहदेदारों की बात इसलिए कर रही हूं […]

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भारतीय संपदा की गौरवमयी उपलब्‍ध‍ि: ये है “काला नमक” नामक ‘चावल’ की व‍िकास गाथा

कहते हैं जो देश अपनी प्राचीन जीवन शैल‍ियों को पर‍िष्‍कृत करते रहते हैं, वे पीढ़‍ियों को उत्‍तरोत्‍तर व‍िकास का उत्‍तरदाय‍ित्‍व सौंपते चलते हैं ताक‍ि व‍िकास की कोई गाथा अधूरी ना रह जाए और ऐसी ही है हमारी अर्थात् “भारत भूम‍ि” की व‍िकास गाथा। तो आज ऐसी ही एक व‍िकास गाथा है “काला नमक चावल” ज‍िसकी […]

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ॐ महाकालयम् महावीर्यं शिव वाहनं- नंदी की सम्पूर्ण कथा

श्रावण मास प्रारंभ होते ही भगवान शंकर की आराधना का पूरे भारत में एक अलग ही आनंद होता है परंतु भगवान शंकर के अनन्‍य गण व उनके आलयों के प्रहरी नंदी को लेकर आज कुछ ल‍िखना चाह रही हूं। एक आम सी मान्‍यता है क‍ि नंदी बैल थे, तो क्‍या सच में ऐसा था। सवाल […]

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