जेल में बंद रूस के विपक्षी नेता नवेलनी के आह्वान पर पुतिन के खिलाफ प्रदर्शन

INTERNATIONAL

जेल में बंद रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवेलनी ने कल अपील की थी कि रूस अमनपसंद देश बनना चाहता है लेकिन अफ़सोस बहुत कम लोग अब इसे अमनपसंद देश कहेंगे.

उन्होंने रूस के लोगों को संबोधित करते हुए आह्वान किया- रूस को डरे हुए, कायरों का देश नहीं होना चाहिए.
यूक्रेन पर रूस के हमले की चर्चा करते हुए उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए.

उन्होंने कहा, आइए कम से कम हम डरे और चुप हुए लोगों का देश तो न बनें. हम ऐसे कायरों का देश न बनें जो यूक्रेन के खिलाफ आक्रामक युद्ध पर गौर न करने का बहाना बना ले. उस युद्ध पर जिसने हमारे सनकी जार ने छेड़ रखा है.

उन्होंने कहा कि वे अब इस पर चुपचाप नहीं रह सकते हैं कि सौ साल पहले की छद्दम ऐतिहासिक बकवास घटनाओं को आधार बना कर यूक्रेनी लोगों को मारा जाए और यूक्रेनी आत्मरक्षा में रूसियों को मारें.

नवेलनी ने कहा कि यह 21वीं सदी का तीसरा दशक है और हम खबरों में लोगों को टैंक जलाते और घरों पर बमबारी करते देख रहे हैं.

उन्होंने कहा, अब हम अपने-अपने टीवी पर परमाणु युद्ध शुरू होने वास्तविक ख़तरे देख रहे हैं. मैं खुद सोवियत संघ से हूँ. मैं यहीं पैदा हुआ और बचपन से मैं एक वाक्य सुनता आया हूँ- शांति के लिए युद्ध. मैं सभी से अपील करता हूँ कि वह सड़कों पर उतरें ओर शांति के लिए लड़ें.

उन्होंने यूक्रेन पर रूस के हमले की ओर इशारा करते हुए कहा है कि हर चीज़ की एक क़ीमत होती है और अब 2022 के वसंत में हमें यह क़ीमत चुकानी होगी. हमारे लिए यह क़ीमत और कोई नहीं चुकाएगा. सिर्फ हम युद्ध के ख़िलाफ़ न हों, आइए हम युद्ध के ख़िलाफ लड़ें.

गौरतलब है कि यूक्रेन पर रूस के हमले की एक ओर जहाँ अमेरिका, ब्रिटेन और कई देश आलोचना कर रहे हैं वहीं रूस में भी राष्ट्रपति पुतिन के फ़ैसले का विरोध कर रहा है.

यूक्रेन पर हमले के विरोध में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के गृहनगर सेंट पीटर्सबर्ग में उग्र प्रदर्शन हुए.
हालांकि ये प्रदर्शन नए नहीं हैं. तमाम पुलिसबल और सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में ये प्रदर्शन हो रहे हैं.
इस दौरान कई लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया है और उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हिंसक रूप भी अख़्तियार करना पड़ा.
इस प्रदर्शनो के पीछे राष्ट्रपति पुतिन के धुर विरोधी नवेलनी के उस आह्वान को ज़िम्मेदार बताया जा रहा है जो उन्होंने जेल में बेद रहते हुए की है.

-एजेंसियां