एयरटेल के सभी ग्राहकों के लिए निःशुल्क सेवा, सभी डिवाइसों पर स्वचालित रूप से की गई सक्रिय
मुंबई (अनिल बेदाग): भारती एयरटेल ने अपनी एआई-पावर्ड स्पैम डिटेक्शन सिस्टम के जरिए महाराष्ट्र में अपने ग्राहकों को बड़ी राहत पहुंचाई है। लॉन्च के पहले 7 दिनों में ही, टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर ने अपनी इस नई सेवा से महाराष्ट्र में 70 मिलियन संभावित स्पैम कॉल्स और 1.2 मिलियन स्पैम एसएमएस की पहचान करने में सफलता हासिल की है।
यह सेवा पूरी तरह से मुफ्त है और एयरटेल के सभी ग्राहकों के लिए इसे अपने आप एक्टिवेट कर दिया गया है। इसके लिए उन्हें न तो कोई अनुरोध करना पड़ेगा और न ही कोई एप डाउनलोड करने की जरूरत है।
लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, भारती एयरटेल, महाराष्ट्र और गोवा के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर श्री जॉर्ज मैथन ने कहा, “हर धोखाधड़ी की शुरुआत एक स्पैम कॉल से ही होती है। जिसके चलते, अधिकांश लोग अनजान नंबर से कॉल रिसीव करने या एसएमएस में साझा किए गए लिंक पर क्लिक करने से हिचकिचाते हैं। एयरटेल की एआई-पावर्ड सेवाओं के साथ, इन सभी चिंताओं को दूर किया जा सकता है।
महाराष्ट्र में एयरटेल के 33 मिलियन ग्राहक अब इन धोखाधड़ी से जुड़ी चिंताओं से मुक्त हो सकते हैं, क्योंकि एयरटेल ने उन्हें वास्तविक समय में सभी स्पैम कॉल्स और एसएमएस के प्रति सचेत करने के लिए एक सुरक्षा तंत्र प्रदान किया है।यह सेवा केवल एयरटेल ग्राहकों के लिए है और यह राज्य के अन्य सर्विस प्रोवाइडर्स की तुलना में एक बड़ा लाभ है। हम अपने ग्राहकों की सभी परेशानियों को हल करने के लिए हमेशा तत्पर हैं।”
एयरटेल के डेटा वैज्ञानिकों द्वारा इस एआई-सक्षम सेवा को बनाने में एक विशेष एल्गोरिद्म का उपयोग किया गया है, जो कॉल और एसएमएस को “सस्पेक्टेड स्पैम” के रूप में पहचानता है। नेटवर्क, एआई एल्गोरिद्म की मदद से, रियल-टाइम में यह मॉनिटर करता है कि किस नंबर से कॉल आ रही है या किसने संदेश भेजे हैं। इसके अलावा, यह कॉल और एसएमएस की संख्या और कितनी देर तक कॉल हुई, इन सबका भी विश्लेषण रखता है। जब यह जानकारी पहले से ज्ञात स्पैम पैटर्न से मिलती है, तो सिस्टम संभावित स्पैम कॉल्स और एसएमएस को सटीक ढंग से पहचान लेता है।
इस सुरक्षा तंत्र में दो स्तर हैं – एक नेटवर्क स्तर पर और दूसरा आईटी सिस्टम स्तर पर। हर एसएमएस या कॉल इस दोहरी सुरक्षा से गुजरती है। यह सॉफ़्टवेयर सिर्फ दो मिलीसेकंड में 1.5 बिलियन मैसेजेज और 2.5 बिलियन कॉल को प्रोसेस करता है, जो असल में एआई की क्षमता से 1 ट्रिलियन रिकॉर्ड्स को रियल टाइम में प्रोसेस करने के बराबर है।
साथ ही, यह समाधान ग्राहकों को एसएमएस के जरिए प्राप्त साइबरक्राइम को अंजाम देने के उद्देश्य से भेजे गए लिंक के बारे में भी सचेत करता है। इसके लिए, एयरटेल ने ब्लैकलिस्टेड यूआरएल का एक केंद्रीकृत डेटाबेस तैयार किया है और हर एसएमएस को रीयल-टाइम में एआई एल्गोरिद्म द्वारा स्कैन किया जाता है, ताकि यूजर अनजाने में भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बच सकें। यह समाधान आईएमईआई में बदलाव जैसी गड़बड़ियों का भी पता लगा सकता है, जो अक्सर धोखाधड़ी का संकेत होती हैं। इन सुरक्षा उपायों के जरिए, कंपनी यह सुनिश्चित कर रही है कि उसके ग्राहकों को स्पैम और धोखाधड़ी से पूरी तरह सुरक्षा मिले।
भारत का एआई-पावर्ड स्पैम फ्री नेटवर्क कैसे काम करता है?
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