क्रॉसबो शूटिंग खेल को लोगों के साथ साथ सरकार के सपोर्ट की बहुत ज्यादा जरूरत: हिना विज

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आगरा: ‘क्रॉसबो शूटिंग खेल शूटिंग के नया मेथड है। इसे हम मॉडर्न जमाने की तीरंदाजी कहकर भी संबोधित कर सकते हैं। इस खेल को ओलंपिक में अभी तक शामिल नहीं किया गया है लेकिन विश्व स्तर पर इसकी प्रतियोगिता होती है। इस खेल को सरकार की ओर से भी कोई मदद नहीं है। जिससे इस खेल को अच्छे से आगे बढ़ाने में मदद नहीं मिल पा रही है।’ यह दर्द था इस खेल की गोल्ड मेडल हासिल करने वाली हिना विज का।

सांसद खेल स्पर्धा में पहली बार क्रॉस बो शूटिंग खेल हुआ शामिल

एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में चल रही सांसद खेल स्पर्धा में इस बार क्रॉसबो शूटिंग खेल को भी शामिल किया गया है। इंडियन क्रॉसबो शूटिंग एसोसिएशन के बैनर तले इस प्रतियोगिता को संपन्न कराया जा रहा है। सांसद खेल स्पर्धा में इस खेल में गोल्ड मेडल हासिल करने वाली हिना विज के नेतृत्व में यह खेल हो रहा है। इस खेल का शुभारंभ केंद्रीय राज्य मंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने किया लेकिन गोल्ड मेडल हासिल करने वाली हिना विज का कहना है इस खेल को लोगों के साथ साथ सरकार की सपोर्ट की बहुत ज्यादा जरूरत है।

2015 में जीता था गोल्ड मेडल

क्रॉसबो शूटिंग खेल में गोल्ड मेडल हासिल करने वाली हिना विज ने बताया कि 2015 में अमेरिका में इस खेल की विश्व स्तरीय प्रतियोगिता हुई थी जिसमें उन्होंने भी भाग लिया था। इस प्रतियोगिता में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया था। उस समय इस खेल के प्रति लोगों का रुझान नहीं था और इस खेल कि कुछ भी बहुत कम थे जिससे प्रैक्टिस भी सही मायने में नहीं हो पाती थी। जब उन्होंने गोल्ड हासिल किया था तो उन्होंने तय कर लिया था कि अब इस खेल को भी भारत में उच्च स्थान दिलाना है और तभी से यह कवायद शुरू हो गई।

इंडियन क्रॉस बो शूटिंग एसोसिएशन की उपाध्यक्ष हैं हिना विज

हिना विज ने बताया कि इस समय वह क्रॉसबो शूटिंग एसोसिएशन की उपाध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही हैं। एसोसिएशन के माध्यम से इस खेल को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। देशभर में क्रॉस बो शूटिंग के अच्छे खासे प्लेयर तैयार हो रहे हैं जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में दमखम दिखाने को तैयार हैं। अभी प्रयास चल रहे हैं कि इस खेल के लिए सरकार से भी कुछ आर्थिक मदद मिल सके।

ओलंपिक में होना चाहिए शामिल

हिना विज का कहना था कि यह खेल अभी ओलंपिक में शामिल नहीं है। इसे ओलंपिक में शामिल किया जाना चाहिए जिससे इस खेल को भी विश्व स्तर पर एक अलग से पहचान मिल सके। इस खेल के खिलाड़ियों को भी सरकार आर्थिक मदद करें।