आगरा: जब रेलवे के चीफ मेडिकल डायरेक्टर से महिला सफाई कर्मचारी ने कहा, सर 9000 सैलरी मिलती है और 3 हजार इनको देने पड़ते है..

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आगरा: उत्तर मध्य रेलवे के चीफ मेडिकल डायरेक्टर डॉ जे पी रावत ने आगरा मंडल के रेलवे अस्पताल का निरीक्षण किया। चीफ मेडिकल डायरेक्टर डॉ जे पी रावत के औचक निरीक्षण से रेलवे हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया। सीएमडी जेपी रावत ने बारीकी के साथ रेलवे हॉस्पिटल का निरीक्षण शुरू किया तो सभी चिकित्सीय अधिकारियों के होश उड़ना शुरू हो गया।

बारीकी से शुरू किया निरीक्षण

उत्तर मध्य रेलवे के चीफ मेडिकल डायरेक्टर डॉ जे पी रावत जैसे ही रेलवे हॉस्पिटल पहुँचे उन्होंने मरीजों के बनने वाले पर्चा प्रकिया देखी, साथ ही चिकित्सकों और कर्मचारियों से चिकित्सीय सुविधओं की जानकारी ली।

सीएमडी जे पी रावत ने फ़ाइल रखने की अलमारी को देखा, वह अव्यवस्थित मिली तो कुछ जगह सफाई कार्य न होने पर भी नाराजगी व्यक्त की। जिसके बाद चारों ओर सफाई कार्य होने लगा। ब्लड जांच के लिए कंभी न खुलने वाला दरवाजा भी आज खुला मिला और अंदर जाकर लोग ब्लड की जांच करा रहे थे। इसके बाद उन्होंने आईसीयू व क्रिटिकल वार्ड का निरीक्षण किया। इस वार्ड में मीडिया को नहीं जाने दिया गया।

वार्डो में मरीजों से की वार्ता

उत्तर मध्य रेलवे के सीएमडी डॉ जे पी रावत महिला और पुरूष वार्ड में पहुँचे। यहाँ पर उन्होंने मरीजों से खुलकर वार्ता की और इलाज की जानकारी ली। मरीजों ने बेहतर इलाज मिलने की बात कही। कुछ मरीज वायरल फीवर के भी थे।

सफाई कर्मचारियों से यह जवाब सुन रह गए शॉक

निरीक्षण के दौरान सफाई में जुटे सफाई कर्मचारियों की भी अधीनस्थ अधिकारियों से जानकरी ली और पूछा कि कॉन्ट्रैक्ट पर है या फिर सरकारी। चिकित्सकों ने बताया सभी कांट्रेक्ट पर है। सीएमडी ने सीधे सफाई कर्मचारियों से वार्ता की और सैलरी के बारे में पूछा। इस पर एक सफाई कर्मचारी ने कहा कि 6 हजार प्रति माह। यह सुनकर चीफ मेडीकल डायरेक्टर को झटका लगा। उन्होंने पूछा कि यह सैलरी एकाउंट में आती है तो महिला सफाई कर्मचारी ने कहा कि ‘सर 9000 सैलरी मिलती है और 3 हजार इनको देने पड़ते है।’ यह सुनते ही दौरा करा रहे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सीएमडी ने अधीनस्थों की तरफ देखा और फिर मुस्कुरा के चले गए।

पत्रकारों से हुए रूबरू

निरीक्षण के दौरान सीएमडी एनसीआर जे पी रावत पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि रेलवे हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं और सुविधाओं को देखा गया है। कुछ जगह कमियां मिली है। उन्हें दुरुस्त कराने के निर्देश दिए है। इस निरीक्षण के दौरान मरीजों से भी वार्ता की गई। अधिकतर शराब के सेवन से बीमार हुए मरीज मिले जिन्हें शराब का सेवन न करने के प्रति जागरूक किया है जिससें वे शराब का सेवन छोड़ दें।