आगरा: विकलांग से जबरदस्ती वोट डलवाने के आरोप को लेकर सियासत गर्म, अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को घेरा

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आगरा। यूपी विधानसभा चुनाव में बुजुर्ग एवं विकलांग लोगों को राहत दे ने के लिए सरकार ने बैलेट पेपर से घर जाकर वोट डलवाने का नियम शुरू किया है। यह नियम शुरू होते ही प्रशासन पर सरकार के पक्ष में मतदान करने को लेकर गंभीर आरोप लग रहे हैं। आगरा में एक विकलांग मतदाता ने प्रशासनिक अधिकारियों पर जबरदस्ती भाजपा के पक्ष में वोट डालने का आरोप लगाया है। इस पूरे मामले में अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा सरकार को घेरा है।

विधानसभा चुनाव में 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों एवं विकलांग लोगों को घर पर ही बैलेट पेपर द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा वोट डलवाया जा रहा है। रविवार को इसकी शुरुआत हुई। आगरा के फतेहाबाद विधानसभा के जगराजपुर निवासी सुरेंद्र विकलांग हैं। सुरेंद्र का आरोप है कि प्रशासनिक टीम ने जबरदस्ती उसका वोट भाजपा के पक्ष में डाल दिया। इस बात को लेकर ग्रामीणों और प्रशासनिक अधिकारियों में हॉट टॉक होने लगी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सूचना पर क्षेत्रीय पुलिस ने मामले को शांत किया।

इस पूरे मामले में अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा सरकार को घेरा है अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि “बैलेट से वोट डालने के धांधली के मामले में प्रशासनिक अधिकारियों का यह कहना कि 1 वोट से कुछ नहीं होता, बेहद गंभीर है”। चुनाव आयोग से अपेक्षा है कि मामला संज्ञान में लेकर तत्काल ऐसे अधिकारियों को सस्पेंड किया जाए।”

आगरा प्रशासन का दावा, नहीं हुई कोई धांधली

पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आगरा प्रशासन ने एक पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि “जिस तरह का आरोप प्रशासन पर लगाया जा रहा है वह बेबुनियाद है। सुरेंद्र ने अपनी मर्जी से वोट डाला, जिसकी अधिकारियों द्वारा वीडियोग्राफी भी की गई है। जब प्रशासनिक अधिकारी वहां से जाने लगी तो ग्रामीणों को एकत्रित कर हंगामा करने लगा।”