80 फीसदी भारतीय रात में मोबाइल पर समय बिताना करते हैं पसंद

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मोबाइल हमारे जीवन का ऐसा हिस्सा बन गया है कि हम इसके बिना कुछ देर भी नहीं रह पाते। रह-रह कर हमारा ध्यान अपने मोबाइल पर जाता है। कई बार तो हमारा मोबाइल रिंग भी नहीं करता और हमें लगने लगता है कि किसी का कॉल आया है और हम चौंक जाते हैं।

मोबाइल यूजर, उपयोगिता आदि विषयों पर शोध करने वाली संस्था साइबर मीडिया रिसर्च की हालिया रिपोर्ट में ऐसे परिणाम आए हैं कि आप चौंक जाएंगे।

साइबर मीडिया रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार स्मार्टफोन ऐसी आखिरी ऐसी चीज है, जिसे 80 फीसदी भारतीय (मोबाइल यूजर) सोने से पहले देखते हैं। अक्सर ये रात में मोबाइल पर समय बिताना पसंद करते हैं। यह जानकर और आश्चर्य होगा कि 74 फीसदी भारतीय ऐसे हैं जो जागते ही मोबाइल ढूंढने लगते हैं और आधे घंटे के अंदर अपना मोबाइल फोन चेक करते हैं।

क्या आप सोच सकते हैं कि 56 फीसदी लोगों का मानना है कि बिना मोबाइल के तो जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। सीएमआर की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।

आठ शहरों के दो हजार से ज्यादा लोगों पर किए गए सर्वे के आधार पर जारी इस रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया पर लोग काफी समय बिताते हैं।

सर्वे के अनुसार 24 फीसदी लोग वॉट्सएप पर, 23 फीसदी लोग फेसबुक पर और 16 फीसदी लोग इंस्टाग्राम पर समय बिताते हैं।

मोबाइल के बिना 5 मिनट भी तसल्ली नहीं

साइबर मीडिया रिसर्च की एक रिपोर्ट के अनुसार हर तीन में से एक भारतीय ऐसे हैं जो अपने परिवार के सदस्यों, प्रियजनों या दोस्तों के साथ बातचीत करते समय 5 मिनट भी बिना अपना मोबाइल देखे नहीं रह सकते हैं।

सोने के समय को हटाकर देखा जाए तो औसत भारतीय अपने समय (जगे रहने की अवस्था) का एक तिहाई हिस्सा मोबाइल पर खर्च करते हैं। सोने के समय को औसतन 8 घंटे या उससे थोड़ा ज्यादा मान लिया जाए और एक साल में मोबाइल पर बिताए गए समय का आंकड़ा देखा जाए तो यह 1800 घंटे होता है।

ऐसा नहीं है कि हमारे जीवन में हावी होते जा रहे मोबाइल के बारे में हमें पता नहीं है। इस रिपोर्ट के अनुसार 73 फीसदी लोगों का मानना है कि अगर स्मार्टफोन का उपयोग ऐसे ही होता रहा या बढ़ जाए तो यह हमें मानसिक और शारीरिक रूप से बीमार कर देगा।

इस सर्वे में शामिल हर 5 में से 3 लोगों का कहना है कि हमें अपने जीवन से मोबाइल फोन को अलग रखना भी महत्वपूर्ण है और इससे उन्हें खुशहाल जीवन जीने में मदद मिल सकती है।

-एजेंसियां