बड़े पैमाने पर बच्‍चे भी आ रहे हैं हाई बीपी की चपेट में

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उच्च रक्तचाप या हाई बीपी एक ऐसी समस्या है जो वैसे तो सभी लोगों में तेजी से फैल रही है किंतु कुछ समय से बड़े पैमाने पर बच्‍चे भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। हाई बीपी से धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है, जिसके कारण दिल को सामान्य से ज्यादा काम करना पड़ता है। आमतौर पर यह समस्या अधिक तला-भुना चिकनाईयुक्त भोजन करने और शारीरिक श्रम न करने के कारण होती है।

बच्चों में हाई बीपी का सबसे आम कारण मोटापा और गुर्दे की बीमारी होते हैं। दही में प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 6 और विटामिन बी 12 काफी मात्रा में होते हैं, जो कि हाई बीपी की समस्या को कम करते हैं। इसके अलावा कुछ फल भी ऐसे हैं, जिन्हें हर दिन खाने से उच्च रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

शकरकंद : शकरकंद यानी स्वीट पोटैटो में बीटा कैरोटीन, कैल्शियम और घुलनशील रेशे होते हैं, जो स्ट्रेस को कम करते हैं।

केला : उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में पोटेशियम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। केला पोटेशियम का सबसे अच्छा स्रोत है।

स्ट्रॉबेरी : इसमें भरपूर ऐंटीऑक्सिडेंट, विटामिन सी और ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। स्ट्रॉबेरी में मौजूद पोटेशियम उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करती है।

आम : आम पोटेशियम से भी भरपूर होते हैं जो इसे उच्च रक्तचाप का प्रबंधन करने के लिए एक आदर्श फल है।

तरबूज : तरबूज में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है। तरबूज एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी से भी भरपूर होता है।

कीवी: एक कीवी में 2 % कैल्शियम, 7% मैग्नीशियम और 9% पोटेशियम होता है। रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए दिन में तीन कीवी का सेवन करना चाहिए।

ऐसे फल-सब्जी या अन्य खाद्य पदार्थ जिनमें पर्याप्त मात्रा में पोटेशियम हो, उनका हर दिन सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। – डायटिशन श्रेया

-एजेंसियां