कैसे पता चलेगा कि आपकी ऑनलाइन शॉपिंग की आदत लत में बदल गई है?

Life Style

अगर आपकी पत्नी, बहन, गर्लफ्रेंड या घर की किसी महिला में ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज नजर आता है तो आपके लिए यह चिंता का विषय हो सकता है। साइकायट्रिस्ट कहते हैं कि जो महिलाएं हद से ज्यादा ऑनलाइन शॉपिंग करती हैं, वे बिहेवियरल एडिक्शन का शिकार हो सकती हैं। ऐसी ही कुछ महिलाएं डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल (RML) के बिहेवियरल एडिक्शन क्लीनिक में पहुंचीं। इन्हें ऑनलाइन शॉपिंग की लत इस कदर लग चुकी थी कि क्रेडिट कार्ड का बिल भरना मुश्किल हो गया। यहां तक की सैलरी भी कम लगने लगी। कैसे पता चलेगा कि आपकी शॉपिंग की आदत लत में बदल गई है?

स्ट्रेस से बचने के चक्कर में लगी लत

साइकायट्रिस्ट का कहना है कि कंसल्टेशन के दौरान इन सभी महिलाओं में एक चीज कॉमन देखी गई कि जब भी इन्हें किसी चीज को लेकर स्ट्रेस होता था तो उससे मुक्ति पाने के लिए वे ऑनलाइन शॉपिंग करती थीं। ऐसा करने पर इन्हें काफी संतुष्टि मिलती थी। घर में कोई लड़ाई-झगड़ा, ऑफिस का वर्कलोड, बच्चों के फ्यूचर का स्ट्रेस, इन सबसे राहत पाने के लिए यह ऑनलाइन शॉपिंग करतीं थीं। इन्हें ऐसा महसूस होता था कि हर स्ट्रेस से मुक्ति पाने का यह सबसे अच्छा तरीका है, लेकिन ये नहीं जानती थीं कि वह स्ट्रेस से तो बच रही हैं पर बिहेवियरल एडिक्शन का शिकार हो रही हैं।

ऐसे पता चलता है लत लग गई

अक्सर हम मोबाइल में जिन चीजों को सबसे ज्यादा सर्च करते हैं या जिस साइट पर सबसे ज्यादा विजिट करते हैं, वह ब्राउजर के होमपेज पर दिखाई देते हैं। ऐसे में अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग काफी करते हैं और ब्राउजर के होमपेज पर ऐमजॉन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील जैसे ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट दिखाई पड़ते हैं तो समझ लीजिए आप इनका बेहद इस्तेमाल कर रहे हैं। यह आपको भी अपना शिकार बना सकते हैं।

सीओडी

सीओडी मतलब कैश ऑन डिलीवरी। साइकायट्रिस्ट कहते हैं कि ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान सीओडी करते हुए महिलाएं सोचती हैं कि ऑर्डर करने में कोई पैसा नहीं लग रहा तो ऑर्डर कर दो, जब दरवाजे तक आएगा, पैसे होंगे तो दे देंगे नहीं तो वापस कर देंगे। लेकिन 95 प्रतिशत महिलाएं सामान दरवाजे पर आने पर इन्हें खरीद लेती हैं, जो यह दर्शाता है कि वह चाहते हुए भी मना नहीं कर पातीं।

क्रेडिट कार्ड से पेमेंट

अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ऑनलाइन शॉपिंग पर मिलने वाली विशेष छूट के लिए करती हैं तो आप वाकई ऑनलाइन शॉपिंग का शिकार हो चुकी हैं। अगर आप ब्राउजर या मोबाइल ऐप्लिकेशन खोलने से पहले ही अपना क्रेडिट कार्ड तैयार रखती हैं तो आप पहले से ही इसकी अडिक्ट हो चुकी हैं। क्रेडिट कार्ड का यह भी फायदा है कि आपको तुरंत पेमेंट नहीं करनी होती, महीने दर महीने इसका बिल चुकाना होता है।

ऑफर ही ऑफर

अक्सर ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान कंपनियां बड़े-बड़े ऑफर देती हैं। इन ऑफर्स का लोग भरपूर फायदा उठाते हैं। अक्सर लोग चीजें खरीदने के लिए ऑफर के इंतजार में रहते हैं। ऐसे में अगर आप बिना ऑफर आए भी चीजों की खूब खरीददारी करती हैं तो समझ लीजिए आप ऑनलाइन शॉपिंग की अडिक्ट हो चुकी हैं।

-एजेंसियां