आगरा की बेटी हिमानी दिखेगी केबीसी में हॉट सीट पर, 30 अगस्त को होगा एपिसोड प्रसारित

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आगरा। ताजनगरी की हिमानी बुंदेला केबीसी-13 (कौन बनेगा करोड़पति) में अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर दिखेंगी। इस एपिसोड का टेलीकास्ट सोनी टीवी पर 30 अगस्त को होगा। इसको लेकर हिमानी और उनके फैमिली मेंबर काफी उत्सुक हैं।

हिमानी बुंदेला केंद्रीय विद्यालय-1 में मैथमेटिक्स की टीचर हैं। फैमिली में पिता विजय सिंह बुंदेला, मदर सरोज बुंदेला, सिस्टर चेतना सिंह बुंदेला, भावना बुंदेला और हिमानी से छोटी पूजा बुंदेला और भाई रोहित सिंह बुंदेला हैं। केबीसी तक अपनी जर्नी को लेकर हिमानी कहती हैं कि जब मैं 5-6 साल की थी तो टीवी पर आने का बहुत शौक था। रियल्टी शो मुझे काफी पसंद थे सपना था कि मैं भी इसमें एक दिन पार्टिसिपेट करूं। 9 वर्ष की उम्र में केबीसी देखना शुरू किया। केबीसी देखकर लगा कि यही शो है जो टीवी स्क्रीन पर दिखने का मेरा ड्रीम फुलफिल कर सकता है। मैं केबीसी को लेकर काफी एक्साइटेड रहती थी। मैं हमेशा घर पर कहती थी कि मुझे केबीसी में जाना है। अमिताभ बच्चन से मिलना है। दोस्तों के साथ मिलकर हम खुद केबीसी खेला करते थे। उसमें मैं अमिताभ बच्चन बनती थी।

हिमानी कहती हैं कि पिछले चार से पांच साल से मैं लगातार केबीसी में पार्टिसिपेट करने के लिए रजिस्ट्रेशन कर रही थी जब अप्रैल लास्ट या फिर मई के फर्स्ट वीक में मुझे केबीसी में पार्टिसिपेट करने के लिए कॉल आया, तो एकबारगी विश्वास ही नहीं हुआ। पहले दो बार तो मैंने कॉल ही कट कर दिया था लेकिन, जब तीसरी बार कॉल आया तो रिसीव किया। फैमिली मेंबर्स ने कहा कि हो सकता है कि फेक कॉल हो, सावधान रहने की सलाह दी। लेकिन, मुझसे ऐसी कोई जानकारी नहीं मांगी गई थी, जिससे कुछ गलत होने का शक हो। मैंने प्रोसेस पूरा किया तो विश्वास हो गया कि मैं केबीसी के लिए सेलेक्ट हो गई हूं। मेरा जो बचपन का सपना था अब वह पूरा होने वाला था। वह पल भी आ गया जब मैं सदी के महानायक के सामने हॉट सीट पर बैठी। उस पल को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। बस इतना कह सकती हूं कि मेरा बचपन का सपना था, जो पूरा हो गया।

कुछ चैलेंजेस के सामने ही निराशा में डूबने वाले, हिम्मत हार जाने वाले लोगों के लिए हिमानी एक मिसाल हैं। वह जब 15 वर्ष की थीं तो एक दर्दनाक हादसे में उनकी आंखों की रोशनी चली गई। डॉक्टर बनने का सपना देखने वालीं हिमानी को अपना कॅरियर डूबता नजर आने लगा। लेकिन, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। हिमानी कहती हैं कि इस दर्दनाक हादसे से उबरने में उनकी फैमिली को रोल अहम रहा। पेरेंट्स हों या फिर उनके भाई-बहन सभी ने उनका साथ दिया। इसी के चलते उन्होंने ह्यूमिनिटीज से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद डॉ. शकुंतला यूनिवर्सिटी से बीएड किया। इसी दौरान मेरा सेलेक्शन केंद्रीय विद्यालय में हो गया।

हिमानी कहती हैं कि उन्हें क्विज कम्पटीशन का बहुत शौक था। उन्होंने बच्चों के लिए भी कौन बनेगा केंद्रीय विद्यालय चैंपियन के नाम से क्विज शुरू किया है।