अगर आपको भी बागवानी की शौकीन हैं, तो इन टिप्स को आज़मा सकती हैं

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कई महिलाओं को बागवानी का बेहद शौक होता है। वे अपने घर के हर कोने को हरा-भरा देखना पसंद करती हैं। पेड़-पौधों की देखभाल उनकी दिनचर्या का अहम हिस्सा होता है। शहरों के घरों में इस शौक को पूरा करने के लिए न तो पर्याप्त जगह होती है और न समय, ऐसे में पौधों को खास देखभाल की जरूरत होती है। इसको लेकर एक्सपर्ट्स से बात करके कुछ उपयोगी टिप्स लिए।

अगर आप भी बागवानी की शौकीन हैं, तो इन टिप्स को आज़मा सकती हैं।

1- रुचि कालरा के अनुसार शहर के घरों में स्पेस की समस्या होती है, जो उनके साथ भी है इसलिए उन्होंने ऐसे पौधे रखे हैं, जहां उन्हें हवा और धूप सही मात्रा में मिले। रुचि कहती हैं कि ज्यादा गर्मी, ज्यादा सर्दी वाली जगह पौधे नहीं रखने चाहिए। घर की जगह को देखते हुए उन्होंने छोटे पौधे चुने हैं। अगर घर बहुत छोटा है तो बोनसाई लगा सकते हैं। इससे शौक भी पूरा हो जाता है। गर्मियों में पौधों को सुबह-शाम दोनों समय पानी की दें। गमले में अतिरिक्त पानी निकलने की उचित व्यवस्था जरूर हो ताकि पौधा सड़े नहीं।

2- पूजा सिंह के अनुसार पौधों की बच्चों की तरह केयर करनी पड़ती है। वह अपने पौधों में केमिकल की जगह गोबर की खाद डालती हैं। हर 10-15 दिन में पौधों की निराई- गुड़ाई करती हैं। इसके अलावा उन्होंने अपनी बगिया में तोरी, लौकी, भिंडी, मिर्च और बैंगन के पौधे लगाए हैं। बाजार में मिलने वाली सब्जियों में पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल होता है, जो सेहत के लिए सही नहीं है। पत्तियों में अगर कीड़े लग जाते हैं तो रश्मि उन्हें हटाने के लिए गोबर के कंडे जलाकर उसका धुआं दिखाती हैं।

3- गार्डन साफ रखना जरूरी है। घास-फूस इसका लुक खराब करते हैं। पौधों के लिए ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि यह मिट्टी की फर्टीलिटी बढ़ाती है। नीम के पत्तों को पानी में डालकर एक बोतल में रखें और फिर एक-दो दिन बाद उस पानी को हजारे में भरकर पौधों पर डालें। इससे पौधों में कीट नहीं लगेंगे।

4- कविता कहती हैं कि चूंकि उनका घर फर्स्ट फ्लोर में है इसलिए बगीचे की जगह उन्होंने बालकनी में ही पौधे लगा लिए हैं। पौधे हरे-भरे रहे, इसके लिए उनकी जरूरत के मुताबिक अलग-अलग खाद का इस्तेमाल करती हैं। तुलसी के पौधों के साथ कई बार जंगली घास उग जाती है, जिसे निकालना जरूरी है। इसके लिए वह हर हफ्ते-दस दिन में पौधों में खाद डालती हैं ताकि उन्हें पोषण मिलता रहे। पौधों की जो पत्तियां पीली या जल जाती हैं, उन्हें हटा देना चाहिए ताकि पौधे पनप सकें। पौधों की छंटाई, खाद-पानी समय पर हो तो वे हरे-भरे रहेंगे।

5- पहले से ही तय कर लें कि घर में क्या लगाना है और उसे किस तरह रखना है। सारिका गुप्ता ने बताया कि उन्हें मुझे क्रिएटिव गार्डनिंग अच्छी लगती है इसलिए जगह का सही उपयोग करने के लिए उन्होंने गार्डनिंग के स्मार्ट तरीके अपनाए। अपने टैरिस गार्डन में बैंबू का स्टैंड बनाकर उस पर हैंगिंग पॉट लगाए। पुरानी प्लास्टिक की बोतलों को काटकर और नारियल के खपड़ों में खाद डालकर छोटे-छोटे पौधे लगाए हैं। सारिका अपने बगीचे में हमेशा ऑर्गेनिक खाद डालती हैं, जिसे वह खुद बनाती हैं। रसोई के कचरे को एक गड्ढे में डालती जाती हैं और 3-4 महीने में उससे खाद तैयार हो जाती है।

-एजेंसी