पटना। बिहार में नई सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी है, लेकिन विवादों से दामन अब भी नहीं छूट रहा है। नई सरकार में शिक्षा मंत्री बने डॉ. मेवालाल चौधरी ने भ्रष्टाचार के लगे आरोपों के कारण गुरुवार को पद से इस्तीफा दे दिया है। मेवालाल चौधरी ने गुरुवार को ही अपना पदभार ग्रहण किया था।
भ्रष्टाचार के लग रहे आरोपों के बीच बिहार के नवनियुक्त शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास यानि एक अणे मार्ग पहुंचे थे। इस दौरान उनकी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ करीब आधे घंटे की मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद से ही ये कयास लग रहे थे आखिर उनके बीच क्या बात हुई। इसी बीच गुरुवार को मेवालाल चौधरी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
मेवालाल चौधरी पर सबौर विश्वविद्यालय का कुलपति रहते हुए नियुक्ति घोटाले में मामला दर्ज हुआ था। ये केस भागलपुर ADG-1 के पास विचाराधीन है और फिलहाल चार्जशीट का इंतजार किया जा रहा है।
मेवालाल चौधरी 2015 में पहली बार जेडीयू विधायक बने थे जबकि इससे पहले तक वो शिक्षक के तौर पर सेवा दे रहे थे। उनके कुलपति रहते कृषि विश्वविद्यालय में साल 2012 में सहायक प्राध्यापक और जूनियर वैज्ञानिकों की बहाली हुई थी। बताया जाता है कि उस नियुक्ति में धांधली की गई थी। कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में 2017 में दर्ज किया गया था। हालांकि इस मामले में उन्होंने कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई थी और अभी तक कोर्ट में उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है।
-एजेंसियां