नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम स्वनिधि योजना से लाभान्वित उत्तर प्रदेश के पटरी विक्रेताओं से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में वर्चुअल संवाद किया। लाभार्थियों से बात करने के बाद अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि मैंने स्वनिधि योजना के लाभार्थियों से संवाद करते हुए अनुभव किया कि सभी को खुशी भी है और आश्चर्य भी है। पहले तो नौकरी वालों को लोन लेने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने होते थे, गरीब आदमी तो बैंक के भीतर जाने का भी नहीं सोच सकता था। आज बैंक खुद आ रहा है। उन्होंने बैंक कर्मियों को धन्यवाद दिया और उनके काम की सराहना की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पीएम स्वनिधि योजना में आनलाइन वेंडरों से बातचीत व ऋण वितरण के दौरान अपने संबोधन में बिना नाम लिए कांग्रेस पर तंज कसा। पीएम मोदी ने कहा कि देश में कुछ लोग पहले भी गरीबों के नाम पर लोन वितरण करते थे। यह सभी खुद बेइमानी करते थे, ठीकरा गरीबों पर फोड़ते थे। आज गरीब बैंक से लोन भी ले रहा है और ईमानदारी से चुका भी रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार गरीब बैंकों से जुड़कर देश की तरक्की को मुकाम दे रहा है। कोरोना काल में जब बड़े बड़े देश घुटने टेक दिए तो यही सामान्य वर्ग के बूते देश मजबूती के साथ खड़ा रहा। पीएम ने कहा कि जल्द ही देश कोरोना संकट से उबर जाएगा। हम अब जीत की राह पर है। जब तक हम ठीक तरह से जीत नहीं जाते तबतक दो गज की दूरी, मास्क जरूरी को नहीं भूलेंगे। सरकार सबका साथ, सबका विकास के तहत गरीबों की जिंदगी बेहतर करने का हर संभव उपाय करेगी।
गरीबों को लेकर केंद्र सरकार को चिंता
पीएम मोदी ने कहा कि इस तरह की योजना आजादी के बाद पहली बार बनी है। मेरे गरीब भाई बहनों को कैसे कम से कम तकलीफ उठानी पड़े, सरकार के सभी प्रयासों के केंद्र में यही चिंता थी। इसी सोच के साथ देश ने 1 लाख 70 हजार करोड़ से गरीब कल्याण योजना शुरू की।
अरविंद मौर्या बोले, मैं आप को भी मोमो खिलाऊंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम स्वनिधि योजना के तहत लाभ पाने वाले पटरी दुकानदारों से संवाद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बनारस में कोई मुझे मोमोज नहीं खिलाता। मोदी ने वाराणसी के मोमोज वाले अरविंद मौर्या से संवाद कार्यक्रम के दौरान कही। मेरे सुरक्षाकर्मी बहुत परेशान करते हैं एक-एक चीज चेक करके ही मुझे खाने के लिए दिया जाता है। इस पर मोमोज दुकानदार अरविंद मौर्या ने कहा कि वह शबरी की तरह पहले खुद खाएंगे फिर उन्हें खिलाएंगे।
वाराणसी के मिस्टर माही हॉट एंड कूल के प्रभारी अरविंद मोमो बनाते हैं और लोगों को कोरोना काल में भी उपलब्ध कराते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्गाकुंड के समीप मानस नगर कालोनी के मोड़ पर मोमो व काफी की दुकान लगाने वाले 39 वर्षीय मिस्टर माही हाट एंड कूल यानी अरविंद मौर्या से बात की। पीएम ने अरविंद से कहा कि सुन रहा हूं बनारस का मोमोज काफी तेजी से प्रचलित हो रहा है। मैं बनारस आता हूं तो मुझे कोई मोमोज खिलाता ही नहीं। उन्होंने कहा कि कड़ी सुरक्षा के कारण मैं आप लोगों से मिल नहीं पाता हूं। इस पर अरविंद ने कहा कि जैसे शबरी ने भगवान राम को बेर खिलाए थे, वैसे ही मैं आप को भी मोमो खिलाउंगा। अरविंद ने पीएम को बताया कि पहले लोन के लिए लोग भी लोग बेवकूफ बनाते थे लेकिन जब अचानक बैंक से बुलाकर कहा गया कि आधार और पासबुक लेकर आइए लोन पास हो गया तो विश्वास ही नहीं हुआ। अरविंद ने पीएम मोदी से वार्ता के दौरान कहा कि मुझे जब बैंक से फोन आया तो मुझे भरोसा ही नहीं हुआ।
इसके बाद पीएम ने योजना और ब्याज के संबंध में अरविंद को जानकारी दी। पीएम ने पूछा कि कोरोना के समय में वहां भीड़ होती होगी। अरविंद बोले सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाता है और जो भी ग्राहक मोमोज का ऑनलाइन पेमेंट करते हैं, उनको एक मोमोज वे मुफ्त में देते हैं। श्रम योजना को अरविंद ने बढ़िया बताया।
प्रधानमंत्री ने आगरा की प्रीति से कहा कि अपने पैरों पर खड़ा होकर परिवार का पालन करें
आगरा की महिला प्रीति को पीएम मोदी से सबसे पहले बात करने का मौका मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा की प्रीति से बातचीत की शुरुआत नमस्ते से की। उन्होंने पूछा कि योजना के तहत किस तरह से लाभ मिला है। प्रीति ने बताया कि व्यापार पूरी तरह से खत्म हो गया था, 10000 रुपये का ऋण मिलने के बाद दुबारा काम शुरू किया। ताजगंज निवासी प्रीति फल का ठेल लगाती हैं। इसी समय नेटवर्क में व्यवधान आने के बाद पीएम की प्रीति से बात अधूरी रह गई। कुछ मिनटों के बाद नेटवर्क सही होने पर उनका संवाद पूर्ण हुआ।
आगरा की प्रीति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जताया आभार। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को प्रीति ने बताया डूबते को तिनके का सहारा। प्रीति ने बताया कि लॉकडाउन से पूर्व सब्जी की ठेल लगाती थीं लेकिन काम ठप हो गया था। नगर निगम से सम्पर्क कर ऋण लिया। इसके बाद फल की ठेल लगवाई। प्रधानमंत्री ने पूछा कि नवरात्र में फल अधिक बिके होंगे। प्रीति ने कहा कि बिक्री ठीक हुई। बैंक की एक क़िस्त भी जमा कर दी है। पेटीएम पर भुगतान के बारे में भी पीएम ने जानकारी ली। प्रीति ने कहा कि वो चेक कर लेती हैं कि किसी ने भुगतान किया है या नहीं। पीएम ने प्रीति से परिवार के बारे में ली जानकारी। प्रीति ने लॉकडाउन में जनधन खाते, खाद्यान्न मिलने से परेशानी नहीं होने की बात कही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने पैरों पर खड़ा होकर परिवार का पालन करें। बच्चों को पढ़ाएं। प्रीति ने कहा कि आप हमारी उंगली पकड़कर चलेंगे तो कुछ नहीं होगा। पीएम ने कहा कि माताओं-बहनों के आशीर्वाद से वो काम कर रहे हैं। पीएम ने डिजिटल पेमेंट से कैशबैक का लाभ उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि डिजिटल पेमेंट और कोरोना की सावधानी से सबके स्वास्थ्य की सुरक्षा होगी। प्रीति ने अपने पति राधेश्याम के पैरों में दिक्कत होने की भी जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वो अफसरों को निर्देश देंगे, वो आपसे मिलकर परेशानी की जानकारी कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जानकारी देंगे।
पीएम के आश्वासन पर प्रीति के घर दौड़े अफसर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासन पर अधिकारी फ्रूट कार्नर लगाने वाली प्रीति के घर की ओर दौड़े और उसके पति का हाल जाना। प्रीति ने पीएम को बताया था कि उसके पति राधेश्याम के पैरों में दिक्कत है। इसपर पीएम ने आश्वस्त किया था कि अफसर उनका हाल जानेंगे। पीएम का संवाद खत्म होते ही जिलाधिकारी पीएन सिंह व नगरायुक्त निखिल प्रीति के घर गए। उन्होंने देखा, राधेश्याम की एक हादसे में अंगुली कट गई थीं। इससे वह चल नहीं पाते हैं। परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है। डीएम ने आवास की किस्त के लिए दो लाख रुपये उपलब्ध कराए।
पीएम ने की लखनऊ के विजय बहादुर के प्रबंधन की तारीफ
ठेले पर लइया-चना और मूंगफली बेचने वाले लखनऊ के विजय बहादुर के प्रबंधन और नियोजन की प्रधानमंत्री ने तारीफ की। विजय ने प्रधानमंत्री को बताया कि पहले वह रोज सामान लाते थे। ऋण मिलने के बाद वह हफ्ते भर का सामान एक बार में ही लाते हैं। इससे उनका श्रम और संसाधन बचता है। थोक में लेने से अपेक्षाकृत सस्ता भी पड़ता है। लखनऊ के लोग शाम को अक्सर लइया-चना और मूंगफली खाते हैं। नयी पीढ़ी को वह चने की जगह मूंगफली अधिक देते हैं। विजय बहादुर ने बताया कि चौक के हमारे कई साथियों ने बताया कि इस योजना का लाभ उनको भी मिला है।
खुशीराम की खुशी का कोई ठिकाना नहीं
लखनऊ के चौक चौराहे से कुछ कदम आगे ठेले पर भेलपुरी बेचने वाले खुशीराम की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। उन्होंने पीएम मोदी से वार्ता की। खुशीराम के नाम से मशहूर पटरी दुकानदार विजय बहादुर अधिकारियों से घिरे थे और उसे यह सब एक सपने जैसा लग रहा था। जो पुलिस और नगर निगम वाले उन्हें ठेला हटाने की धमकी देते थे, वह आज उन्हें खुशीराम भाई संबोधित कर रहे थे। यह भी कहते कि कोई परेशानी हो तो हमें याद करना। लंबे समय बाद इतना सम्मान पाकर खुशी से उनकी आंखें नम हो जातीं और वह बस यही कहते कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कृपा से हुआ है। 10 हजार का लोन दिलाकर कोरोना काल में पटरी से उतरी उनकी जिंदगी को दौड़ाने का काम किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को पीएम स्वनिधि योजना को लेकर प्रदेश के पटरी दुकानदारों से वार्ता की। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी अपने सरकारी आवास में इस संवाद के दौरान मौजूद थे। इस वर्चुअल संवाद में प्रदेश के 75 जिलों के 651 नगरीय निकायों के पटरी दुकानदार शामिल थे। इस कार्यक्रम देखने के लिए नगरीय निकायों में व्यवस्था की गई है। इस योजना के तहत प्रदेश में सात लाख से अधिक पंजीकरण आवेदन पोर्टल पर प्राप्त हुए हैं। इसमें 6.40 लाख से अधिक ऑनलाइन मिले हैं। प्रदेश में 3.62 लाख से अधिक आवेदन पत्र स्वीकृत हो चुके हैं, जबकि अब तक 2.59 लाख को कर्ज भी वितरित हो चुका है। केंद्र सरकार ने कोविड-19 महामारी से प्रभावित पटरी दुकानदारों विक्रेताओं को फिर आजीविका से जोडऩे के लिए पीएम स्वनिधि योजना एक जून को शुरू की थी।
उत्तर प्रदेश इस योजना में ऑनलाइन पंजीकरण, कर्ज स्वीकृति एवं कर्ज वितरण में देश में प्रथम स्थान पर है। देश के टॉप 10 नगर निगमों में उत्तर प्रदेश के सात नगर निगम वाराणसी, लखनऊ, आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर एवं गाजियाबाद शामिल थे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन व नगर विकास राज्यमंत्री महेश चन्द्र गुप्ता के अलावा मुख्य सचिव तथा अन्य अधिकारी थे।
-एजेंसियां
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