लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत मामले में कार्यवही तेज कर दी गई है। इस मद्देनजर शनिवार को राज्य सरकार ने बड़ा फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार नकली शराब बनाने के मामले में आरोपियों की संपत्ति कुर्क करेगी।
बीते दिनों लखनऊ के बंथरा इलाके में नकली शराब पीने से 6 लोगों की जान चली गई थी जबकि 7 लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराए गए थे।
मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया है। अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि सर्दियों में कई लोग घरों में अनियमित ढंग से कच्ची शराब बनाते हैं। ऐसे कारनामों को रोकने के लिए योगी सरकार ने आबकारी विभाग की टीम गठित की है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में 15 दिनों का विशेष अभियान चलाया जाएगा, ताकि प्रदेश में किसी भी रूप में अवैध और कच्ची शराब का निर्माण और उसकी बिक्री बंद हो।
दिशा-निर्देश जारी
अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में सभी जिलों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। पुलिस विभाग भी आवश्यकतानुसार इस अभियान के लिए आबकारी विभाग का सहयोग करेगा। शासन की ओर से जिलाधिकारी के जरिए पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम बनाए जाने का निर्देश जारी किया गया है। ये टीमें संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी कर अवैध कारोबार को नष्ट करने का काम करेंगी। गौरतलब है कि लखनऊ के बंथरा में नकली शराब पीने के बाद 6 लोगों की मौत के मामले के बाद प्रशासन ने यह पहल की है।
हटाए गए कमिश्नर
यह मामला 13 नवंबर का है, जिसमें लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे। साथ ही एफआईआर दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसके अलावा उस दुकान को भी सील कर दिया गया, जहां से शराब खरीदी गई थी। हालांकि, इस घटना की कीमत लखनऊ के कमिश्नर सुजीत पांडेय को भी चुकानी पड़ी थी। राज्य सरकार ने नकली शराब कांड के बाद सुजीत पांडेय को कमिश्नरी से हटा दिया। पांडेय की जगह एटीएस के एडीजी डीके ठाकुर को राजधानी का नया कमिश्नर बनाया गया।
प्रयागराज में भी जहरीली शराब ने छीनी जिंदगी
लखनऊ के अलावा शनिवार को प्रयागराज के फूलपुर में सरकारी देशी शराब के ठेके से शराब पीने वाले 5 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा 13 लोगों को हालत गंभीर बनी हुई है। सभी को स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय प्रयागराज में भर्ती कराया गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर प्रयागराज डीएम, एसएसपी और आबकारी विभाग के अधिकारी पहुंचकर जांच में जुट गए हैं। माना जा रहा है कि शराब जहरीली थी। मौके पर पहुंचे सभी अधिकारी इस बात का पता लगा रहे हैं अखिरकार जहरीली शराब सरकारी ठेके की दुकान पर कैसे पहुंची।
-एजेंसियां