अखिल वैश्विक क्षत्रिय महासभा के राष्टीªय अध्यक्ष व राष्टीªय कार्यकारी अध्यक्ष के जयपुर प्रवास पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजा राघवेन्द्र सिंह राजावत, राष्ट्रीय संगठन महासचिव डॉ॰ जितेन्द्र सिंह व राष्ट्रीय कानूनी सलाहकार ऐडवोकेट अरुण सिंह शेखावत के द्वारा राष्टीªय अध्यक्ष डॉ॰ संजीव सिंह व राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र सिंह का राजस्थान परम्परा के अनुसार साफा व माला पहनाकर स्वागत व अभिनंदन किया गया व कोरोना काल में क्षत्रिय समाज व आमजन की समस्यायों के निवारण के लिए विस्तृत चर्चा की गई है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव सिंह जी के प्रवास पर अखिल भारतीय वैश्विक क्षत्रिय महासभा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष राजा कृष्ण प्रताप सिंह व अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं विश्व क्षत्रिय अखाड़ा के अध्यक्ष कुँ.शक्ति सिंह चंदेल ने संयुक्त अभिव्यक्ति में कहा है कि अखिल वैश्विक क्षत्रिय महासभा सदैव क्षत्रियों के हित के साँथ प्रत्येक सनातन समाज के हित के लिए प्रतिबद्ध है।

हम सभी सतत अपने पूर्वजों के मार्गदर्शन का अनुसरण करते हुए सर्वे प्रथम क्षत्रियों को एकजुट कर समस्थ सनातनियों, संस्कृति, गऊ, प्रकृति के हितार्थ अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए कटिबद्ध है। वर्तमान में हमारे अखिल वैश्विक क्षत्रिय महासभा के सभी सम्मानित पदाधिकारियों द्वारा सम्पूर्ण भारतवर्ष में क्षत्रिय परिवार संपर्क हेतु प्रवास किया जाएगा साँथ ही सोसल मीडिया के माध्यम से विश्व के प्रत्येक देशों के क्षत्रियों सें सम्पर्क कर विभिन्न सर्जनात्मक कार्यों की समीक्षा कर आगामी आयोजनाओं की रुपरेखा तय की जाएगी साँथ ही कोरोना संकट के टल जाने पर हम लोगों द्वारा विश्व के अन्य देशों में भी क्षत्रिय व सनातनीयों के सम्पर्क हेतु प्रवास किया जाएगा।

इस अवसर राजा राघवेन्द्र सिंह राजावत और अरूण सिंह शेखावत और जितेन्द्र सिंह को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
डॉ॰ संजीव सिंह का कहना है कि ट्रस्ट का मुख्य उदेश्य क्षत्रिय समाज में व्यापक सामाजिक कुरीतियों को खत्म करना। क्षत्रियांे का सर्वांगीण विकास एवं उन्नति।
क्षत्रिय गुरूकुल की स्थापना।
नौकरी में समस्त आरक्षण व एससी एक्ट खत्म करना, योग्यता के आधार पर नौकरी।
क्षत्रिय समाज में एकता सद्भावना एवं सहयोग को बढ़ावा देना। 12 वीं पास करने के बाद 3 वर्ष सेना में अनिवार्य।
क्षत्रिय युवाओं के शिक्षा के लिए प्रचार या प्रसार करना।
समाज के लोगों को मानसिक, आध्यामिक, नैतिक विकास करना।
धर्म एवं देश की रक्षा करना।
समाज के लोगों को रोजगार देने एवं रोजगार उन्मूख कार्यक्रम चलाना।
शिक्षा नीति में हिंदु धर्म के अध्यात्म और क्षत्रिय इतिहास का अध्ययन शामिल कराना।
कमजोर राजपूत कन्याओं का विवाह में सहयोग, विधवा विवाह को प्रोत्साहित एवं समूह विवाह संपन्न कराना व दहेज प्रथा समाप्त करना।
महिला वर्ग को दोयम दर्ज से बराबर का दर्जा दिलाना।
देश में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और सामाजिक कार्य करना है।
अंजता सिंह राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष, उमेश कुमार सिंह राष्ट्रीय महासचिव प्रमुख, शैल सिंह परिहार महिला उपाध्यक्ष प्रमुख, सुरेश सिंह वैस राष्ट्रीय सचिव, नरेन्द्र सिंह राणा संगठन मंत्री, हेमलता तंवर महिला राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सभी का कहना है कि हम इस उदेश्य के साथ काम कर रहे है।
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