नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों को लेकर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसान प्रदर्शन करते हुए दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं। वहीं, किसानों के प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का कहना है कि तीन दिसंबर को किसानों से बात की जाएगी। किसान भाइयों से अपील है कि वे आंदोलन ना करें। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, नए कृषि कानून समय की आवश्यकता थे। आने वाले समय में यह क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले हैं। हमने पंजाब में सचिव स्तर पर अपने किसान भाइयों की गलत धारणाओं को दूर करने की बात की है। हम तीन दिसंबर को इस पर बात करेंगे।
उन्होंने कहा, मैं अपने किसान भाइयों से अपील करना चाहता हूं कि वे आंदोलन ना करें। हम मुद्दों के बारे में बात करने और मतभेदों को सुलझाने के लिए तैयार हैं। मुझे यकीन है कि हमारी बातचीत का सकारात्मक परिणाम होगा।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के किसान 26 से 28 नवंबर तक के ‘दिल्ली कूच’ पर निकले हैं। गुरुवार को इनका दिल्ली में प्रवेश रोकने के लिए दिल्ली-हरियाणा सीमा पर पुलिस व सुरक्षा बलों की तैनाती व बेरिकेड आदि लगाकर सख्त इंतजाम किए गए हैं।
अंबाला हाईवे पर रोके जाने के दौरान बुधवार को किसानों की पुलिस से झड़प हुई। 100 किसान हिरासत में लिए गए। क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है। वरिष्ठ अधिकारी हालात पर नजर रखे हुए हैं। ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है। दिल्ली कूच में एक लाख किसानों के जुटने का दावा किया जा रहा है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यह उन्हें रोका गया तो वे दिल्ली जाने वाले सारे रास्ते जाम कर देंगे।
-एजेंसियां