चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व सीएम और अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण लौटाने का ऐलान किया है। बादल ने सरकार पर किसानों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया है। किसान आंदोलन को लेकर अकाली दल फिर के आक्रामक मुद्रा में है। बादल ने अपने फैसले के बारे में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखी है।
अपने लेटर में बादल ने कृषि कानूनों का विरोध करने के साथ उन पर हुए पुलिस एक्शन की निंदा की है। लेटर में बादल ने लिखा है, ‘मैं आज जो कुछ हूं वह किसानों की बदौलत ही हूं। आज अगर किसानों का अपमान हो रहा है तो मैं उस सम्मान को नहीं रख सकता। किसानों के साथ जो हो रहा है उससे मुझे काफी दुख पहुंचा है।’
‘सरकार मुकर गई, मैं हैरान हूं’
बादल ने अपने खत में कहा है, ‘जिस समय सरकार अध्यादेश ला रही थी उस समय भरोसा दिलाया गया था कि किसानों की सभी आशंकाओं का संतोषजनक समाधान किया जाएगा। इसी अनुसार मैंने भी किसानों से सरकार की बात पर भरोसा करने की अपील की थी लेकिन मैं हैरान हूं कि आज सरकार अपनी बात से मुकर गई है।’
बादल परिवार ने पहले भी किया है विरोध
बादल परिवार पहले भी कृषि कानून का विरोध कर चुका है। जिस समय इसे संसद में पेश किया गया था उस समय हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इन कानूनों को किसानों के साथ बड़ा धोखा बताया था। इसके बाद सुखबीर बादल ने अकाली दल के एनडीए से अलग होने का ऐलान करते हुए पंजाब के चुनावों में अकेला लड़ने की बात कही थी।
-एजेंसियां