इटावा उत्तर प्रदेश के इटावा जिले मे अखिलेश सरकार मे भर्ती हुए 25 सरकारी शिक्षको को शिक्षक पात्रता परीक्षा के फर्जी प्रमाण पत्र पाये जाने के बाद बर्खास्त कर दिया गया एक दर्जन से अधिक शिक्षकों की चल रही है जांच इटावा की जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कल्पना सिंह ने बर्खास्तगी की पुष्टि करते हुए यह जानकारी दी ।
उन्होने बताया कि शिक्षक पात्रता परीक्षा का फर्जी प्रमाण पत्र पाए जाने पर 25 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है । शासन के निर्देश पर गठित अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जुलाई 2018 में बनाई गई कमेटी की जांच के आधार पर वर्ष 2013 व वर्ष 2016 में चयनित किए गए शिक्षकों के प्रपत्रो के जांच कराये जाने के बाद कार्यवाही की गई ।
उन्होने बताया कि जांच कमेटी ने वर्ष 2011 की शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्रों की जांच की थी । इसके लिए इनका सत्यापन कराया गया था । सत्यापन होने के बाद कमेटी ने 25 शिक्षकों को बर्खास्त करने की संस्तुति कर दी । जिसके आधार पर यह कार्रवाई की है ।
उन्होने बताया कि इसके अलावा 12 शिक्षकों का सत्यापन न हो पाने पर उनके वेतन रोकने के निर्देश किए गए हैं। इस मामले में पहले ही नौ शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है, अब कुल मिलाकर संख्या 34 हो गई है। उन्होने बताया कि कमेटी की रिपोर्ट जैसे ही आएगी आगे की कार्रवाई की जाएगी। इन लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। बर्खास्त किए गए 25 सरकारी को बर्खास्त किया गया है सभी फर्जी शिक्षकों पहले ही नोटिस दिये जा चुके थे लेकिन अब इनकी सेवा समाप्ति भी कर दी गई । बर्खास्त शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण की मार्कशीट में अनुत्तीर्ण होने के बाद भी उसे बदलकर नौकरी हथिया ली थी ।
रिपोर्ट : राजेश प्रजापति इटावा