न्यूयॉर्क। अमेरिका में वोटों की गिनती के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का न्यूयार्क के मैनहटन स्थित ट्रंप टावर किले में बदल दिया गया है। बड़ी संख्या में हथियारबंद सुरक्षाकर्मियों ने अपने ट्रकों के साथ ट्रंप टॉवर को घेर लिया है। उधर, पुलिस चीफ ने चेतावनी दी है कि अगर चुनाव परिणाम के बाद अशांति फैली तो वे शहर के कुछ हिस्सों को सील कर देंगे। वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले इसी घर में रहते थे।
मंगलवार दोपहर में ही यहां बिल्डिंग के सामने प्रदर्शनकारी जमा हो गए थे। यही नहीं, शहर के अन्य इलाकों में भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हो गए हैं। न्यूयॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट के चीफ ने प्रदर्शनकारियों को लेकर चेतावनी दी है। उधर, शहर के मेयर बिल डी ब्लासियो ने दावा किया है कि बिजनेस प्रतिष्ठानों को लूट की घटना से डरने की जरूरत नहीं है। इससे पहले ट्रंप के विरोधी ब्लैक लाइव्स मैटर के लोगों ने यहां पर जमकर प्रदर्शन किया था। इसमें दुकानों को काफी नुकसान पहुंचा था।
न्यूयॉर्क के कई इलाकों में प्रदर्शनकारी जमा
न्यूयॉर्क पुलिस ने कहा है कि मैनहटन इलाके के कुछ हिस्सों को बंद किया जा सकता है। इस इलाके में अगर लूट की घटना हुई तो किसी भी कार या पैदल जाने वाले लोगों को अनुमति नहीं होगी। न्यूयॉर्क के जिन इलाकों में प्रदर्शनकारी जमा हैं, वहां पर हजारों की तादाद में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस ने अपने ट्रकों में बालू भर रखा है। इन वाहनों को इसलिए तैनात किया गया है ताकि अगर प्रदर्शनकारियों की भीड़ बढ़े तो उसे गाड़ियों के बैरियर के जरिए रोका जा सके।
बता दें कि अशांति और हिंसा की आशंका के बीच न्यूयॉर्क शहर के कई इलाकों में लग्जरी स्टोर चलाने वालों और छोटे कारोबार करने वालों ने अपनी दुकानों को बचाने के लिये उनके आगे प्लाईवुड लगा दिया है। व्हाइट हाउस के लिये डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच हो रही यह दौड़ अब तक की सबसे कड़वाहट और आरोप-प्रत्यारोप भरी मानी जा रही है। चुनाव के दिन हिंसा, लूटपाट और झड़प की आशंकाओं के बीच मैनहट्टन के पॉश फिफ्थ एवेन्यू की दुकानों के साथ ही शहर के अन्य इलाकों में भी दुकानदार सुरक्षा उपाय करते नजर आए।
तोड़फोड़ से बचाने के लिये बाहर प्लाईवुड लगाए
यहां की दुकानों के कर्मचारियों को देर रात तक दुकानों को तोड़फोड़ से बचाने के लिये उनके बाहर प्लाईवुड लगाते हुए देखा गया था। यह कुछ ऐसा ही था जो जॉर्ज फ्लॉएड की मौत के बाद गर्मियों में हुए प्रदर्शनों के दौरान देखा गया था। अमेरिका में वैसे तो हर चार साल बाद राष्ट्रपति पद के लिये चुनाव होते हैं लेकिन 2020 के राष्ट्रपति चुनावों को ‘इलेक्शन ऑफ अ लाइफटाइम’ करार दिया जा रहा है और बेहद कड़वाहट भरे चुनाव प्रचार के दौर के बाद इसे लेकर पूरे अमेरिका में अभूतपूर्व डर और बेचैनी है।
-एजेंसियां